जनवरी में छत पर सोया था ललित
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जब कोई रजिस्टर में लिखी बात नहीं मानता था तो ललित खुद को सजा देता था। यह बात रजिस्टर में लिखी हुई है। ललित सजा के तौर पर 1 जनवरी से लेकर 26 जनवरी तक छत पर सोया था।
धरती हिलेगी और आसमान गरजेगा
भाटिया परिवार में जब 30 जून की रात बड़ पूजा हो रही थी तो ललित ने सबसे कहा था कि तुम किसी से डरना मत। धरती कांपेगी और बदल गरजेंगे, मगर पिता आकर तुम्हें बचा लेंगे।