नवरात्रि व्रत के छ्ठे दिन कुछ ऐसे सजाएँ अपनी फलाहार थाली

नवरात्र के छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार देवी ने कात्यायन ऋषि के घर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लिया और इसी वजह से इनका नाम कात्यायनी पड़ गया.

मान्यता है कि देवी कात्यायनी की आराधना से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस दिन शहद का भोग लगाकर मां कात्यायनी को प्रसन्न किया जाता है. प्रसाद में आप शहद से बनी चीजें भी चढ़ा सकते हैं. छठे दिन के व्रत की थाली में आप अलग-अलग तरह के फलाहारी पकवान का आनंद ले सकते हैं. नाश्ते में आप साबूदाना कटलेट, राजगीरा पनीर पराठा , अखरोट और किशमिश के साथ दही ले सकते हैं.

शाम को कुछ खाने का मन करे तो साबूदाना टिक्की चाट लिया जा सकता है. लंच और डिनर में आप समा के चावल का पुलाव, आलू की सूखी सब्जी , समा के चावल की इडली, पुदीना रायता और पनीर की खीर खा सकते हैं.

ये है पनीर की खीर बनाने की सामग्री और इसका तरीका:

आवश्यक सामग्री:
पनीर 100 ग्राम
एक लीटर दूध (फुल क्रीम)
दो बड़े चम्मच खोया
आधा कप चीनी
एक कप पानी
एक चौथाई छोटा चम्मच इलायची पाउडर
केसर के कुछ धागे
एक बड़ा चम्मच काजू-बादाम (बारीक कटे हुए)

बनाने का तरीका:
– सबसे पहले धीमी आंच में एक पैन में एक कप पानी और चीनी डालकर उबाल लें और उसमें पनीर के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर डालें.
– पनीर को 5-7 मिनट तक पकने दें और फिर आंच बंद करके पनीर को पानी से निकालकर अलग रख दें.
– अब एक पैन में दूध डालकर इसे तब तक उबालें जब तक कि दूध गाढ़ा होकर आधा न रह जाए.
– इसके बाद दूध में पनीर के टुकड़े और खोया डालकर इसे अच्‍छी तरह से मिलाएं.
– फिर आंच धीमी कर दूध को और गाढ़ा होने दें.
– अब इसमें बची हुई चीनी और केसर डाल के अच्छी तरह से मिलाएं और आंच बंद दें.
– इसके बाद खीर में इलायची पाउडर और कटे हुए काजू और बादाम डालकर मिलाएं. – तैयार है पनीर की खीर. इसे फ्रिज में रख ठंडाकर सर्व करें.

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