अंडमान निकोबार में कुदरत का कहर रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.9

कोरोना संकट के बीच देश को एक और संकट का सामना करना पड़ रहा है और वह है भूकंप. देश में हाल के दिनों में कई जगहों पर भूकंप आने की खबरें आईं.

आज बुधवार तड़के अंडमान निकोबार द्वीप समूह के दिगलीपुर के उत्तर-पूर्व में भूकंप आया. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 आंकी गई.

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, अंडमान और निकोबार के दिगलीपुर से 110 किमी उत्तर पश्चिम में आज तड़के 2:17 बजे भूकंप आया. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 रही.

राजधानी दिल्ली-एनसीआर में भूकंप आने की बात की जाए तो पिछले 45 दिनों में दिल्ली-एनसीआर की धरती पर 14 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

राजधानी दिल्ली-एनसीआर, जम्मू-कश्मीर, झारखंड समेत देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों के अंदर भूकंप के झटके महसूस किए गए.

हालांकि ज्यादातर भूकंप की तीव्रता ज्यादा नहीं रही और कहीं से भी बड़े जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई.

एक दिन पहले मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में भी भूकंप आया था. जम्मू-कश्मीर में कल सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. कश्मीर में सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए.

रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.9 रही. भूकंप का केंद्र श्रीनगर से 14 किलोमीटर नॉर्थ और गांदरबेल से साउथ-ईस्ट पर 7 किलोमीटर दूर रहा.

इससे पहले सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 2.1 थी.

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, हरियाणा के गुरुग्राम से 13 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में कम तीव्रता का भूकंप पैदा हुआ. इसकी गहराई 18 किलोमीटर थी और यह दोपहर करीब 1 बजे आया था.

5 जून को झारखंड के जमशेदपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता 4.1 थी. इसी दिन कर्नाटक में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. दोनों जगहों पर भूकंप एक ही समय आए थे.

दिल्ली-एनसीआर की बात करें तो पिछले कुछ दिनों में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं हैं. 3 जून को रात में देर तक नोएडा में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 थी. इससे पहले 29 मई को भी दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.

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