NASA की अब तक की सबसे बड़ी खोज, ढूंढ निकाली एक ‘दूसरी दुनिया’
यह हमारे सौर मंडल के छोटे संस्करण जैसा है। वहीं केप्लर-90आई इस सौर मंडल का पथरीला ग्रह है जो हर 14.4 दिनों में अपने तारे की परिक्रमा पूरी करता है।
नासा के शोधकर्ताओं ने इस खोज को गूगल की मदद से मशीन लर्निंग के जरिये अंजाम दिया है। मशीन लर्निंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हिस्सा है जो केप्लर टेलीस्कोप के आंकड़ों का विश्लेषण करता है।
केप्लर-90 के ग्रहों की व्यवस्था सौर मंडल जैसी ही है। इसमें भी छोटे ग्रह अपने तारे से नजदीक हैं और बड़े ग्रह उससे दूर हैं।