कुश कटारिया के हत्यारे का नागपुर सेंट्रल जेल में मर्डर, ये तीसरी घटना

नागपुर. सेंट्रल जेल में शौचालय जाने को लेकर हुए मामूली विवाद के बाद कैदी आयुष निर्मल पुगलिया (27) की हत्या कर दी गई। पुगलिया को कुछ महीने पहले अदालत ने कुश कटारिया हत्याकांड में तिहरी उम्रकैद की सजा सुनाई थी। घटना सोमवार सुबह सात बजे के करीब सेंट्रल जेल की छोटी गोल की बैरक-5 में हुई। सूत्रों के मुताबिक, पुगलिया जेल की बैरक-4 व 5 के परिसर में बने कॉमन शौचालय में गया था, तभी आरोपी सूरज विशेषराव कोटनाके (24) ने उसके सिर पर फर्सी (टाइल्स) के टुकड़े से हमला किया और बाद में गला रेतकर उसे मार डाला। कुश कटारिया के हत्यारे का नागपुर सेंट्रल जेल में मर्डर, ये तीसरी घटना
आयुष की हत्या के आरोपी सूरज को चंद्रपुर के एक हत्या मामले में उम्रकैद की सजा हुई है। वह भी उसी बैरक में बंद था। धंतोली पुलिस थाने में सूरज के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। पुगलिया के शव को शाम 6 बजे के करीब पोस्टमार्टम के िलए मेडिकल अस्पताल भेजा गया। सेंट्रल जेल में हत्या की यह तीसरी घटना है। इस घटना ने एक बार फिर नागपुर सेंट्रल जेल को सुर्खियों में ला दिया है। इससे पहले जो घटनाएं हुई थीं, उसमें ज्यादातर छोटे कर्मचारियों पर ही गाज गिरी थी।

शौचालय के अंदर से खून निकलता देख कैदियों में हड़कंप

सूत्रों के मुताबिक, आयुष पुगलिया (कैदी संख्या 8655) और सूरज कोटनाके (कैदी संख्या 9200) दोनों बैरक-5 में बंद थे। दोनों के बीच कॉमन शौचालय में जाने को लेकर विवाद हो गया। इसके कुछ देर बाद आयुष की हत्या की घटना सामने आई। जेल में बंद कैदियों को रोजाना सुबह 5.30 बजे अंदर के गेट के रास्ते बैरक परिसर में पहुंचा दिया जाता है। सुबह 6.30 बजे आयुष और सूरज बैरक से बाहर निकले। दोनों का शौचालय के पास विवाद हो गया। यहां पर चार-चार शौचालय आमने-सामने बने हैं। विवाद शांत होने के बाद आयुष व सूरज आमने-सामने के शौचालयों में चले गए।
आरोपी सूरज शौचालय से बाहर निकला और फर्सी का टुकड़ा लेकर आयुष के सिर पर हमला कर दिया। आयुष शौचालय में ही बेहोश हो गया। उसके बाद सूरज ने उसका गला रेत दिया। शौचालय के अंदर से खून बाहर निकलता देख कैदियों में खलबली मच गई। कैदियों ने बैरक-4 व 5 के पास तैनात सुरक्षाकर्मियों को घटना की सूचना दी। सुरक्षाकर्मियों ने आरोपी सूरज को दबोच लिया। उसको अब जेल की अलग बैरक में रखा जाएगा।
आयुष पुगलिया और सूरज कोटनाके के बीच िकसी बात को लेकर रंजिश थी। सुपारी देने के आरोप और घटना के पूर्व जेल में संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों की भूमिका की जांच जारी है। जो भी तथ्य होगा, जांच में पता चलेगा। दोषी पाए जाने पर निश्चित कार्रवाई होगी।”
-भूषण कुमार उपाध्याय, अतिरिक्त जेल महासंचालक
आयुष की जेल प्रशासन की मिलीभगत से सुपारी देकर हत्या कराई गई है। यह हत्या कटारिया परिवार ने कराई है। पिछले शुक्रवार को जब मैं आयुष से मिलने गया था, तब उसने कहा था िक उसकी सुपारी दी गई है। जेल में उसकी जान को खतरा है। जेल के डीआईजी योगेश देसाई से मिलने गया था पर वह छुट्टी पर हैं। जेल अधीक्षक रानी भोसले भी छुट्टी पर हैं। घटना की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए।” 
-नवीन पुगलिया, मृतक आयुष का भाई

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गृह मंत्रालय से लेनी होगी अनुमति

सूत्रों के अनुसार, आरोपी सूरज को अरेस्ट करने के लिए धंतोली पुलिस को गृह मंत्रालय से अनुमति लेनी होगी। पुलिस ने आरोपी को आयुष की हत्या के आरोप में जेल से अरेस्ट करने के लिए गृह मंत्रालय को पत्र भेजा है। पत्र का जवाब मिलने के बाद ही धंतोली पुलिस आरोपी सूरज को अरेस्ट कर सकेगी। इस प्रक्रिया में 5 से 6 दिन लग सकते हैं। 
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