मां और बहनों ने सजाया विक्की गौंडर का सेहरा, तब चली शवयात्रा
सात फेरे लिए बिना ही वो दुनिया छोड़कर चला गया। मां और बहनों ने उसके माथे पर सेहरा सजाया, तब विक्की गौंडर की शवयात्रा निकली, देखिए तस्वीरें।

हर मां का एक अरमान होता है कि उसका बेटा शादी रचा उसके घर बहू लेकर आए। हरजिंदर सिंह भुल्लर उर्फ विक्की गौंडर की मां का यह अरमान पूरा न हो सका, मगर उसने बेटे की अंतिम विदाई में उसके शव के माथे पर सेहरा सजाकर विदा किया।
पुलिस की कड़ी सुरक्षा में गौंडर का अंतिम संस्कार रविवार को गांव सरावां बोदला के श्मशान घाट में हुआ। शव को अग्नि देने की रस्म पिता महल सिंह ने अदा की। पुलिस प्रशासन ने गांव सरावां बोदला और आसपास के रास्तों पर भारी पुलिस दल तैनात किया गया था।
विक्की गौंडर के रिश्तेदारी में मामा लगते बिट्टू ने एनकाउंटर टीम के इंचार्ज विक्रम बराड़ पर दोस्ती के नाम पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया। बिट्टू के अनुसार विक्की गौंडर और विक्रम बराड़ दोनों दोस्त थे। वह स्कूल टाइम के दौरान एक साथ खेलों में हिस्सा लेते रहते थे।
उन्होंने बताया कि विक्रम ने विक्की को दोस्ती के नाम पर सरेंडर करने का दबाव बनाया। साथ ही उसे सरेंडर करने पर कुछ न होने देने की बात कही। उसे अपने झांसे में लेकर सरेंडर करने के लिए राजी कर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि विक्की के सरेंडर करने के बाद उसे मारकर एनकाउंटर दिखा डाला।
विक्की ने उन्हें एनकाउंटर से कुछ दिन पहले विक्रम के कहने पर सरेंडर करने की बात कही थी। उन्होंने इस मामले में राजस्थान सरकार से मजिस्ट्रेट जांच की मांग भी की है। राजस्थान सरकार ने उन्हें जांच का विश्वास दिलाया है। उनका कहना है कि अगर इसके बावजूद सच सामने न आया तो हाईकोर्ट का सहारा लिया जाएगा।