बिहार का मोस्ट वांटेड हार्डकोर नक्सली झारखंड में गिरफ्तार, बताये कई बड़े राज़
कोडरमा/ नवादा। झारखंड की कोडरमा पुलिस ने बिहार के नवादा जिले के मोस्ट वांटेड हार्डकोर नक्सली सुरेंद्र मांझी उर्फ सुरेंद्र राजवंशी को कोडरमा के बागीटांड इलाके से गिरफ्तार किया है। बिहार एसटीएफ की सूचना के आधार पर कोडरमा के एएसपी अजय पाल के नेतृत्व में कोडरमा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। वह बिहार के नवादा स्थित सिरदला थाना क्षेत्र के ठेकाही स्थित रेलवे के बेस कैंप पर हुए हमले में आरोपित है। नवादा पुलिस की पूछताछ में उसने कई सनसनीखेज राज उजागर किए हैं।
कोडरमा के एएसपी अजय पाल ने बताया कि जंगल में उसे खदेड़ कर पकड़ा गया। बिहार एसटीएफ की सूचना पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। गिरफ्तारी के बाद रात्रि में ही उसे नवादा पुलिस को सुपुर्द कर दिया। एएसपी अजय पाल ने बताया कि कोडरमा में उसके खिलाफ कोई मामला नहीं है। सभी मामला नवादा रजौली थाने के हैं। एएसपी अभियान कुमार आलोक ने बताया कि नवादा में पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। गिरफ्तारी के बाद उसके पास से कुछ बरामद नहीं किया गया है। उसकी निशानदेही पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
क्या है रेल बेस कैंप हमला मामला
गिरफ्तार नक्सली सिरदला थाना कांड संख्या 264/16 (रेलवे बेस कैंप हमला मामला) का आरोपित है। तीन नवंबर 2016 की रात करीब 10 बजे सिरदला थाना क्षेत्र के ठेकाही स्थित तिलैया-कोडराम रेलखंड निर्माण कार्य करा रहे कंपनी के बेस कैंप पर सैकड़ों नक्सलियों ने हमला किया था। इस दौरान ठेकेदार के साथ मारपीट की गई थी और चार वाहनों को जला दिया गया था।
नक्सलियों ने वहां काम करा रहे विनोद कंसट्रक्शन कंपनी के संवेदक विनोद यादव, कैलाश यादव और संजय सिंह तथा जेसीबी चालक शमशाद को कार्य स्थल से करीब एक किलोमीटर दक्षिण ले जाकर बुरी तरह से मारपीट की तथा कार्य के लिए स्वीकृत राशि का 10 फीसद लेवी देने की चिट्ठी देकर चलते बने थे।