भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम को कोचिंग देना चाहती हैं मिताली राज

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज का करियर शानदार रहा है। हाल ही में उन्होंने टीम इंडिया को आईसीसी महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचाया था। इस टूर्नामेंट में मिताली ने कुछ बेहतरीन पारियां खेली और पूर्व इंग्लिश कप्तान चार्लोट एडवर्ड्स को पीछे छोड़ते हुए वन-डे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज बनी। 
हाल ही में मिताली ने शाहरुख़ खान के नए शो- टेड टॉक्स इंडिया नई सोच में हिस्सा लिया। इस शो का प्रसारण 7 जनवरी को होगा। शो के दौरान शाहरुख़ खान ने मिताली की खेल के प्रति प्रतिबद्धता की तारीफ की और भविष्य में उनके भारतीय पुरुष टीम के कोच बनने का समर्थन किया।

मिताली ने कहा कि वह हमेशा अपना बेस्ट देना चाहती हैं। राज ने कहा, ‘जब आप फील्ड में होते हो और हर किसी की नजरें आप पर हो व आपकी पूरी टीम ट्रॉफी जीतने के लिए तत्पर हो तो यह फिर खेल नहीं रह जाता। इसलिए, केंद्रित रहना बहुत जरूरी है। हम सभी के अपने तरीके होते हैं कि अपना सर्वश्रेष्ठ दें।’

मिताली ने खोला बड़ा राज, मैच में दबाव से दूर रहने के लिए क्या करती हैं

मिताली राज की आईसीसी महिला वर्ल्ड कप के दौरान बल्लेबाजी पर जाने से पहले किताब पढ़ने की फोटो वायरल हुई थी। इस बारे में बात करते हुए मिताली ने कहा, ‘मैच के दौरान दबाव से दूर होने के लिए मैं किताबें पढ़ती हूं। इससे मुझे शांत रहने में मदद मिलती है और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।’

34 वर्षीय मिताली भारतीय पुरुष और महिला टीम की पहली ऐसी कप्तान हैं, जिन्होंने टीम को दो बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचाया। मिताली के नेतृत्व में भारतीय महिला टीम ने 2005 और 2017 में वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया। हालांकि, दोनों ही मौकों पर भारतीय टीम को हार झेलना पड़ी।

मिताली की उपलब्धि है कि वह वर्ल्ड कप में 1000 रन बनाने वाली एकमात्र महिला बल्लेबाज हैं। 

 
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