कांग्रेस से गठबंधन को लेकर मायावती खुद लेंगी फैसला, रणनीति के तहत होगा काम…
तीन राज्यों में कांग्रेस और बसपा का गठबंधन अभी तय नहीं हुआ। इसके बावजूद बसपा सुप्रीमो मायावती ने तीन राज्यों के कॉडीनेडर, जिलाध्यक्षों, सांसद और विद्यायकों को विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने के लिए कह दिया है। दिल्ली स्थित निवास पर हुई बैठक में मायावती ने चुनाव तैयारियों की समीक्षा की और गठबंधन पर बात करने के लिए केवल खुद को अधिकृत किया है।
बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष ने दिल्ली केत्यागराज मार्ग स्थिति अपने निवास पर बैठक में कहा कि गठबंधन पर बात बनती है तो इसकी सूचना दे दी जाएगी। लेकिन फिलहाल पार्टी को अपने स्तर से चुनाव की तैयारियों में जुट जाना चाहिए।
राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के जिलाध्यक्षों, कॉडीनेटर, प्रभारी, विधायकों और सांसदों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं कि तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से गठबंधन की सूरत में पार्टी तय रणनीति के तहत काम करे। तीन राज्यों के नेता केवल संगठन की बात करेंगे और पार्टी की नीतियों के अनुसार काम करेंगे।
तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद होने वाले लोकसभा के चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने अपनी रणनीति में फेरबदल किया है। इसके अलावा पार्टी से सीधे जुड़ने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं से मुहिम चलाने के लिए कहा गया। वैसे पिछले एक साल से मायावती को अपने दलित और गैर दलित समर्थकों से सीधा संवाद विकसित कर रही है। राजनैतिक जमीन खंगालने के लिए उन्होंने छत्तीसगढ़ में अजित जोगी और मध्यप्रदेश में कमलनाथ के साथ भी मुलाकात की थी
इसके अलावा मीडिया से दूरी बनाकर रखने वाली मायावती ने पार्टी को नए संचार साधनों से जोडने की कवायद कर रही है। उनकी आज की बैठक को मीडिया में लाकर जिस तरह से बात की गई उसे मायावती की बदलती रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।