पहली महिला कुली बनी मंजू देवी, ट्विटर ने की तारीफ
मंजू देवी उत्तर पश्चिम रेलवे में बतौर कुली काम करने वाली पहली महिला बन गईं हैं। वह रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करती हैं। पुरुष कुलियों की तरह मंजू भी भारी से भारी समान स्टेशन से बाहर ढो कर ले जाती हैं। अपने पति की मौत के बाद अपना और अपने तीन बच्चों का पेट पालने के लिए मंजू को यह काम करना पड़ा।
सोशल मीडिया के सबसे बड़े प्लेटफॉर्म ट्विटर ने भी मंजू के इस कार्य की सराहना की है। ट्विटर ने कहा है कि मंजू देवी ने यह साबित कर दिखाया है कि सिर्फ पुरुषों के लिए सब काम नहीं बने हैं। भारत को ऐसी बहुत सी मंजू देवी की जरूरत है। मंजू के पति भी कुली का काम करते थे। लेकिन उनकी आकस्मिक मृत्यु हो जाने के बाद उन्होंने पति के बिल्ला नंबर 15 पर काम शुरू कर दिया।
बकौल मंजू, ‘पति की मौत के बाद मैं असहाय हो गई थी। अपने साथ-साथ मुझे अपने तीन बच्चों की भी जिम्मेदारी संभालनी थी। मैं यहां आ गई और अपने पति की जगह काम करने की इच्छा जताई। लेकिन मैं हिंदी व अंग्रेजी नहीं समझ पाती थीं। ढोने वाला सामान भी काफी भारी होता था। लेकिन अब सबकुछ आसान लगता है। सभी लोगों ने मेरे इस काम में मेरी मदद की है।’