ट्रिपल तलाक बिल पर ममता बोलीं- महिलाओं की मुश्किलें बढ़ना तय
बुधवार को बीरभूम जिले में एक जनसभा में ममता ने कहा कि केंद्र सरकार जिस बिल को कानून का दर्जा देने का प्रयास कर रही है उससे महिलाओं की सुरक्षा नहीं की जा सकेगी। उल्टे इससे बेवजह समस्या बढ़ेगी।
उन्होंने इस मुद्दे पर भाजपा पर राजनीति करने का आरोप भी लगाया। दरअसल, राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लिए ट्रिपल तलाक का मुद्दा बेहद संवेदनशील है। उसे राज्य की 27 फीसदी मुस्लिम आबादी का समर्थन हासिल है। विपक्षी राजनीतिक अक्सर ममता पर मुसलमानों के तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए उनकी खिंचाई करते रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि अपनी वोट बैंक की राजनीति के तहत ही ममता मुसलमानों का समर्थन करती रही हैं।
बीते 28 दिसंबर को उक्त बिल के लोकसभा में पेश होने पर तृणमूल कांग्रेस सांसदों ने बहस में हिस्सा नहीं लिया था। ममता ने अपनी सभा में भाजपा की खिंचाई करते हुए कहा है कि असम में सत्ता पर काबिज होने के बाद वह वहां दशकों से रहने वाले बंगालियों के नाम नागरिक सूची से काट रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार असम से निकाले जाने वाले बंगालियों का स्वागत करने के लिए तैयार है। लेकिन असम सरकार को वहां रहने वाले लोगों को जबरन भगाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।