महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने नेताओं को तोड़ने पर जमकर जाहिर की नाराजगी

महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल कम नहीं हुई है। महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अलग-अलग सुर में नजर आ रहे हैं। खबर है कि एक ओर जहां एनसीपी सियासी हालात बदलने के बाद सीट बंटवारे की ओर देख रही है। वहीं, कांग्रेस अपने नेताओं के एनसीपी और शिवसेना (यूबीटी) में जाने से परेशान है।

महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने नेताओं को तोड़ने पर जमकर नाराजगी जाहिर की है। दरअसल, हाल ही में रायगढ़ जिले के महाड से स्नेहल जगताप ने उद्धव ठाकरे की पार्टी का दामन थाम लिया है। उनके पिता दिवंगत मणिकराव जगताप कांग्रेस से विधायक रह चुके हैं। हालांकि, पटोले भी सीट बंटवारे पर दोबारा चर्चा के पक्ष में हैं।
खबर है कि एनसीपी का एक वर्ग सीट बंटवारे पर दोबारा चर्चा चाहता है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘पहले तो अब यह दो पार्टियों की बात नहीं है। हम अब तीन है। दूसरा, कई नेता अपनी ओरिजिनिल पार्टी छोड़ चुके हैं और नए दलों के साथ हैं। कहीं दल बदल हुए हैं, कहीं बदलाव हुए हैं। ऐसे में पुराना सीट बंटवारा काम नहीं करेगा।’
उन्होंने कहा कि एकदम सुरक्षित सीटों पर कोई बदलाव की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘लेकिन सियासी तस्वीर बदलने के बाद जहां एक पार्टी को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, वे दूसरे दल को दी जा सकती हैं। ऐसे कामों में समय लगता है और जरूरी है कि एमवीए में शामिल सभी जल्द से जल्द साथ बैठें और सीट बंटवारे को अंतिम रूप दें।’ उन्होंने कहा कि अंतिम रूप दिए जाने से पहले हर पार्टी की राजनीतिक ताकत पर भी विचार करना जरूरी है।