25 नवंबर से शुरू होगा लखनऊ महोत्सव, एंट्री फीस में हुआ बदलाव

इस बार लखनऊ महोत्सव का आयोजन 25 नवंबर 5 दिसंबर तक बंगला बाजार रोड स्थित स्मृति उपवन स्थल पर ही होगा। आयोजन में इस बार ग्रामीण रंग-ढंग नजर आएंगे। यह निर्णय डीएम कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई महोत्सव समिति की पहली बैठक में लिया गया।

साथ ही किराया दर में दोगुना तक वृद्धि कर दी गई है। इस बार शहरवासियों की जेब पर दो गुना तक भार पड़ने से महोत्सव की सैर करना खासा महंगा होगा। पेट्रोलियम पदार्थों की आसमान छूती कीमतों को देखते हुए महोत्सव स्थल में प्रवेश करने की दैनिक टिकट दर को 10 से बढ़ाकर 20 रुपया और सीजनल टिकट की दर को 50 से बढ़ाकर 100 रुपया तक बढ़ाने का निर्णय किया है।

साथ ही महोत्सव स्थल पर दुकान व स्टॉल के लिए भी शुल्क में पांच हजार रुपये की एकमुश्त बढ़ोतरी की गई है। मसलन 25 हजार का स्टॉल इस बार 30 हजार में आवंटित होगा। परम्परागत तौर पर महोत्सव का आयोजन बीते कई सालों से 25 नवंबर से 5 दिसंबर तक बंगला बाजार रोड स्थित स्मृति उपवन स्थल पर होता आ रहा था।

बीते साल निकाय चुनाव के कारण नवंबर में महोत्सव स्थगित हुआ था। इसके बाद जनवरी में इसी साल यूपी दिवस के मौके पर इसका आयोजन अवध शिल्प ग्राम में हुआ था। बैठक में निर्णय लिया गया कि आयोजन के दौरान मौत का कुआं जैसे खतरनाक व नुकसान पहुंचाने वाले आयोजन पर सख्ती से रोक रहेगी।  

चलाई जाएंगी स्पेशल सिटी बसें

महोत्सव स्थल तक शहरवासियों को लाने व वापस छोड़ने के लिए हमेशा की तरह स्पेशल बसें चलाई जाएंगी। सिटी बसों के टिकट के साथ महोत्सव प्रवेश टिकट को भी वितरित कराने की व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान आयोजन स्थल पर जुटने वाले दर्शकों के वाहनों के लिए पार्किंग स्थल बनाने व प्रवेश द्वार पर भीड़-भाड़ न हो, इसकी जिम्मेदारी नगर निगम व यातायात विभाग की होगी।
डीएम ने बैठक में शामिल सभी विभागों से जागरूकता स्टाल लगाने के लिए कहा है। साथ ही महोत्सव स्थल पर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए एक अक्तूबर से तैयारियां शुरू कर देने का निर्देश डीएम ने दिया है। आयोजन समिति ने तय किया कि महोत्सव स्थल में किराए पर दिए जाने वाले स्टॉल व पवेलियन संग वाहन स्टैंड के लिए टेंडर प्रक्रिया एक अक्तूबर से शुरू होगी। जिलाधिकारी ने बताया कि 25 नवंबर से स्मृति उपवन स्थल में सजने वाले लखनऊ महोत्सव के भव्य आयोजन के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे। समापन 5 दिसंबर राज्यपाल राम नाइक करेंगे। 

डीएम ने बताया कि महोत्सव स्थल की साज-सज्जा में इस बार ग्रामीण परिवेश का ध्यान रखा जाएगा। चौपाल व हाट मुख्य आकर्षण होंगे। हालांकि थीम अभी तय नहीं हुई है। इसके लिए शहरवासियों से विचार आमंत्रित किए गए हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का निर्धारण सांस्कृतिक समिति करेगी। इसके लिए दस दिन में प्रस्ताव मांगा गया है। 

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