Lok Sabha Election 2019 Voting में पंजाब और चंडीगढ़ में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर…
महीने भर से चल रहे प्रचार के बाद अब दिग्गजों सहित पंजाब के 13 संसदीय सीटों और चंडीगढ़ सीट के प्रत्याशियों की तकदीर आज ईवीएम में कैद हो जाएगी। इस चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल, कांग्रेस के पंजाब प्रधान सुनील जाखड़, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, सिने स्टार सन्नी दओल , पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर, पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, फिल्म अभिनेत्री किरण खेर और पूर्व रेल मंत्री पवन पंसल की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
पंजाब की अधिकतर सीटों पर कड़ी टक्कर है। खासकर गुरदासपुर, बठिंडा और फिरोजपुर हॉट सीटें हैं। गुरदासपुर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ और भाजपा के उम्मीदवार सनी देयोल में कड़ी भिड़ंत है। यहां जाखड़ की राजनीति साख दांव पर है तो सनी देयाेल की लोकप्रियता की भी कड़ी परीक्षा है।
इसी तरह बठिंडा सीट सबसे अहम बन गई है। बादल परिवार के लिए यह सीट उसकी राजनीति साख को प्रभावित करने वाली बन गई है। यहां से शिअद प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल की प्रतिष्ठा दांव पर है। यहां उनको कांग्रेस की ओर से युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग चुनौती दे रहे हैं। इस सीट पर बेहद कड़़ा मुकाबला है।
फिराेजपुर सीट पर सुखबीर बादल की भी राजनीति साख व कौशल की कड़ी परीक्षा है। उनका मुकाबला कभी अपने करीबी रहे शेर सिंह घुबाया से है। यहां के मतदाताओं का फैसला सुखबीर बादल ही नहीं पूरी शिरोमणि अकाली दल को प्रभावित करेगा। सुखबीर को घुबाया से कड़ी चुनौती मिली है।
पिछले संसदीय चुनाव में पंजाब से चार सीटें जीेतने वाली आम आदमी पार्टी के लिए भी यह चुनाव बेहद अमह है। पार्टी की पंजाब में पकड़ काे भी यह चुनाव स्पष्ट करेगा। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रधान भगवंत मान संगरूर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और कड़े मुकाबले में उनकी प्रतिष्ठा दांव पर है।
पटियाला से मुख्यमंत्री कैपटन अमरिंदर सिंह की पत्नी व पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर की साख फिर दांव पर है। इस बार भी उन्हें डॉ. धर्मवीर गांधी चुनौती दे रहे हैं। डॉ. धर्मवीर गांधी ने 2014 के चुनाव में परनीत कौर को पराजित किया था। इसी तरह पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता मनीष तिवारी व चंदूमाजरा के बीच आनंदपुर साहिब में कड़ी टक्कर है और दोनों की राजनीतिक प्रतिष्ठा दांव पर है। चंडीगढ़ सीट पर फिल्म अभिनेत्री किरण खेर और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल की राजनीतिक प्रतिष्ठा की दांव पर है। यहां भी दोनों के बीच कड़ी टक्कर है।
इस बार चुनाव प्रचार कई मायनों में खास रहा। सिने स्टार सनी दओल के आने से कांग्रेस के दिग्गज नेता सुनील जाखड़ फंस गए। इससे पहले उपचुनाव में वह दो लाख के मताें से यहीं से जीते थे। सनी दओल के आने से पंजाब की अन्य सीटों पर भी माहौल बदला बदला सा नजर आया है।
प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार के लिए पहली बार पंजाब में आईं। उन्होंने सुनील जाखड़ और बठिंडा में अमरिंदर सिंह राजा वडिंग़ के लिए चुनाव प्रचार किया। यह भी दिलचस्प रहा कि कांग्रेस के स्टार प्रचार नवजोत सिंह सिद्धू जो पूरे देश में कांग्रेस को जितवा रहे थे, सबसे अंत में पंजाब में लौटे और मात्र दो दिन ही प्रचार किया। उनमें भी अंतिम दिन तो ऐसा लगा ही नहीं कि वह कांग्रेस के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं या विरोध में।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने प्रत्याशियों के लिए मोर्चा संभाला। होशियारपुर में भाजपा प्रत्याशी सोम प्रकाश के लिए तो बठिंडा में हरसिमरत कौर बादल के लिए उन्होंने प्रचार किया। हरसिमरत के लिए तो पूर्व सिने तारिका हेमामालिनी भी मानसा में आईं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सभी प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया लेकिन अंतिम दिन वह भी प्रचार की दौड़ से बाहर दिखे।