श्रीनगर की तरह जम्मू में भी शुरू करें किडनी ट्रांसप्लांट व्यवस्था: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि श्रीनगर में किडनी ट्रांसप्लांट की तरह जम्मू में भी इसकी व्यवस्था शीघ्र शुरू होनी चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव से कहा कि मशीनों की खरीद का काम निर्धारित समय के भीतर पूरा करें। उन्होंने कहा कि एम्स जम्मू में विद्यार्थियों की पढ़ाई शुरू हो गई है, जबकि श्रीनगर एम्स में शीघ्र इसकी व्यवस्था हो जाएगी।

जम्मू में महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में स्वास्थ्य के विभिन्न प्रोजेक्ट का नींव पत्थर रखने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि देश की आजादी से लेकर 2014 तक यहां सिर्फ तीन मेडिकल कालेज थे, अब सात और नए मेडिकल कालेज बनाए गए हैं। इसमें से पांच ने काम करना शुरू कर दिया है और दो में शीघ्र काम शुरू हो जाएगा। निजी क्षेत्र में भी स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए सरकार काम कर रही है और अपोलो 250 बैड का अस्पताल बना रहा है। आने वाले समय में और भी अस्पताल निजी क्षेत्र में आएंगे।

उन्होंने कहा कि 2019 से पहले 119 हेल्थ वेलनेस सेंटर थे, जिनकी संख्या अब 1275 हो गई है। उपराज्यपाल ने आयुष्मान योजना के तहत लोगों को मिल रही सुविधाओं का भी जिक्र किया और कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में 881 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं। हम आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को भी बढ़ावा दे रहे हैं।

निजी क्षेत्र में भी स्वास्थ्य सेवा को दिया जा रहा बढ़ावा : उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्वास्थ्य क्षेत्र की व्यवस्था में बहुत बदलाव लाया गया है। पहले कुछ पैसे वाले लोग विदेश में इलाज करवा लेते थे, लेकिन आम लोग रह जाते थे। हमने हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने का ढांचा खड़ा किया है, जिसमें बड़ा योगदान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का है। प्रधानमंत्री ने हमें सात नए मेडिकल कालेज, दो एम्स, 10 नर्सिंग कालेज और 7700 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट दिए हैं, जिससे स्वास्थ्य का बेहतर ढांचा जम्मू-कश्मीर में कायम हो रहा है। पिछले दो सालों के दौरान 1897 मेडिकल एजुकेशन की सीटें बढ़ाई गई हैं। हम अपने भरोसे पर इतना काम नहीं कर सकते थे। सिर्फ सरकारी सेक्टर में ही नहीं बल्कि निजी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा दिया जा रहा है।

मैंने जीएमसी में करवाया बेटी का इलाज : उपराज्यपाल ने कहा कि मेरी बेटी जम्मू आई थी और वह बीमार हो गई। लोगों ने मुझसे कहा कि इसका इलाज नारायणा या किसी अन्य अस्पताल में करवाओ, लेकिन मैंने उसका इलाज जम्मू के मेडिकल कालेज अस्पताल में करवाया। इसमें इलाज की बेहतर व्यवस्था है।

सिन्हा ने इन योजनाओं को लांच करने के साथ नींव पत्थर रखा

  1. नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजना को लांच किया।
  2. दिवंगत कर्मियों के स्वजन को 10-10 लाख के चेक दिए।
  3. एनएचएम इंप्लाइज वेलफेयर फंड बनाने की घोषणा भी की।
  4. स्टिमुलेटेड हेल्थ इंफरमेशन फेसिलिटेशन असिस्टेंट एक वाट्सएप आधारित एकीकृत तकनीक एक्सटेंशन को किया लांच, इसमें 104 केंद्रीय योजनाओं को जोड़ा गया है।
  5. एसएमजीएस अस्पताल और बेमिना अस्पताल श्रीनगर में दो पेडिऐट्रिक्स सेंटर आफ एक्सीलेंस का नींव पत्थर रखा।
  6. 28 मेटरनल आइसीयू, 20 पेडिऐट्रिक्स हाईब्रिड आइसीयू और मेडिकल कालेजों और जिलों के अस्पतालों में 15 पेडिऐट्रिक्स वार्ड का नींव पत्थर रखा।
  7. आशा गुल्लक एप को भी लांच किया, इसमें आशा वर्कर की काम और पेमेंट की निगरानी की जाएगी। 
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