गाय पालना और दूध बेचना छोड़ दें मुसलमान: आजम खान

मुरादाबाद| सपा के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक आजम खां ने कहा कि आजादी के बाद से देश में इतने बुरे हालात कभी नहीं हुए, जितने अब हैं। वोट की सियासत में बेगुनाह मुसलमानों की हत्या की जा रही है। मुसलमान अगर पालने के लिए भी गाय ले जाता है तो उसे मार दिया जाता है। देश की सबसे बड़ी अदालत के फैसले के बाद भी सरकारें ऐसी हिंसा को रोक नहीं पा रही हैं। सरकार को अब मुसलमानों का वोट देने का अधिकार खत्म कर देना चाहिए, क्योंकि वोट का अधिकार जिंदगी और इज्जत आबरू से बढ़कर नहीं है।गाय पालना और दूध बेचना छोड़ दें मुसलमान: आजम खान

रविवार को रामपुर के सपा कार्यालय पर मीडिया से बातचीत में आजम ने कहा कि सांसद से लेकर प्रधानमंत्री तक ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे लोगों के दिलों में नफरत पैदा हो रही है। एक सांसद ने तो यहां तक कह दिया है कि गाय को अगर छुआ भी तो अंजाम भुगतना होगा। ऐसे हालात में मुसलमानों को चाहिए कि वे न तो गाय को पालें और न ही इसके दूध का कारोबार डेयरी आदि का काम करें।

उलमा और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड भी मुसलमानों से अपील करें कि वे गाय का कारोबार न करें। आजम ने कहा कि भाजपा झूठ की राजनीति करती रही है। भाजपा सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी से देश को बर्बाद कर दिया। जिस देश की सबसे बड़ी अदालत के चार जज मीडिया के सामने आकर कह चुके हो, कि लोकतंत्र खतरे में है और हम अपनी बात जनता की अदालत में रख रहे हैं, उस देश का भविष्य क्या होगा।

आजम के खिलाफ मुकदमा चलाने को शासन ने दी अनुमति

शासन ने सेना के जवानों पर अमर्यादित बयानबाजी करने के आरोप में फंसे सपा विधायक आजम खां के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। मामला मई 2017 का है। इस बयान के बाद भाजपा से जुड़े पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना के बेटे आकाश सक्सेना ने सिविल लाइंस कोतवाली में रिपोर्ट कराई थी। उन्होंने कहा था कि सेना के जवान देश की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहूति देते हैं। उनकी वजह से देश सुरक्षित है। देश की एकता और अखंडता कायम है। सैनिकों के प्रति आजम का बयान मन को आघात पहुंचाने वाला है। ऐसे बयान सेना का मनोबल गिराते हैं। उनकी तहरीर पर 30 जून को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था।

पुलिस ने अपनी जांच में उस बयान की सीडी साक्ष्य के लिए प्राप्त की थी। सीडी को लखनऊ प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया। जांच में पुष्टि हुई कि सीडी में आवाज आजम की ही थी। इस पर पुलिस ने मुकदमे में पूर्व मंत्री को आरोपित मानते हुए उनके खिलाफ चार्जशीट लगा दी थी। धारा 153 ए लगी होने के चलते मुकदमा चलाने के लिए शासन से अनुमति मांगी गई। पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि शासन से अनुमति मिल गई है।

यह था विवादित बयान

आजम का विवादित बयान अप्रैल 2017 में छत्तीसगढ़ के सुकमा पर नक्सलियों द्वारा सीआरपीएफ जवानों पर घात लगाकर किए गए हमले को लेकर था। महिला नक्सलियों ने हमले में शहीद हुए सैनिकों के गुप्तांग काट लिए थे। इस पर आजम ने कहा था कि जिस हिस्से से जिसे शिकायत होती है, वह उसे ही काटता है।

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