विराट कोहली के बेहतर प्रदर्शन से खुश लारा ने कहा- सचिन तेंदुलकर क्यों हैं निराश

टीम इंडिया के रिकॉर्ड किंग विराट कोहली के फैंस में महान कैरेबियाई बल्लेबाज ब्रायन लारा का नाम भी जुड़ गया है। लारा ने कोहली को मौजूदा समय में खेल का नेतृत्वकर्ता करार दिया। पूर्व धाकड़ कैरेबियाई बल्लेबाज ने कहा, ‘कोहली आज के समय में जो भी कर रहे हैं, वह असाधारण है। रन बनाने की गति, फिटनेस पर ध्यान और कई अलग-अलग चीजों को महत्व देना शामिल है। इस समय में क्रिकेट के नेतृत्वकर्ता को देखना शानदार अनुभव है।’विराट कोहली के बेहतर प्रदर्शन से खुश लारा ने कहा- सचिन तेंदुलकर क्यों हैं निराशकृष्णपत्तनम पोर्ट गोल्डन ईगल्स गोल्फ चैंपियनशिप के लिए बेंगलुरु आए लारा ने कोहली और सचिन तेंदुलकर की तुलना पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘अगर आप सचिन और मेरी बात करेंगे- कई बार हमारे बीच तुलना को लेकर पढ़ा या सुना होगा जबकि हमारे लिए यह मायने नहीं रखता था।’ लारा ने साथ ही कहा, ‘मुझे भरोसा है कि कोहली भी इन पर ध्यान नहीं देते होंगे। मेरे ख्याल से लोग इसे गलत ले जाते हैं। हर कोई अलग युग में बड़ा हुआ और आपको उनके योगदान की तारीफ करना चाहिए।’

लारा का मानना है कि कोई भी यह फैसला नहीं सुना सकता कि क्या सर गारफील्ड सोबर्स की तुलना में विव रिचर्ड्स बेहतर थे या फिर तेंदुलकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग से अच्छे थे क्योंकि ये सभी खिलाड़ी खेल में अलग स्टाइल लेकर आए।

लारा ने पत्रकारों से पूछा, ‘मेरे युग में आपके सामने राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, जैक्स कैलिस, मैं खुद और रिकी पोंटिंग थे। सभी ने कुछ अलग तरह से योगदान दिया। हम में से कोई भी यह कैसे कह दे कि कोई विव रिचर्ड्स या सर गारफील्ड सोबर्स से सर्वश्रेष्ठ है? या इनमें से कोई महान है? हमें उन सभी के करियर की तारीफ करना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।’

लारा ने यह भी कहा, ‘अपने दिनों में सचिन तेंदुलकर का 90 के दशक की गुणी वेस्टइंडीज के खिलाफ कड़ा मुकाबला होता था। मगर इतने सालों में कैरेबियाई टीम के प्रदर्शन में गिरावट से मेरे दोस्त तेंदुलकर को निराशा हुई है। मैं अचानक सचिन तेंदुलकर के घर पहुंचा। हमने न सिर्फ गोल्फ की बात की बल्कि क्रिकेट पर भी काफी बातें की। हमने कर्टली एंब्रोज जैसे महान तेज गेंदबाजों के बारे में भी बातें की।’

बकौल लारा, ‘बातचीत में मुझे महसूस हुआ कि तेंदुलकर मौजूदा समय में वेस्टइंडीज क्रिकेट से निराश हैं। उन्हें लगता है कि कैरेबियाई खिलाड़ी देश से ज्यादा फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं। लारा को पैसों से लबरेज लीग्स से खिलाड़ियों की कमाई से कोई परेशानी नहीं है। मगर उन्होंने उन कैरेबियाई खिलाड़ियों की तारीफ की, जो कम वेतन पाने के बावजूद देश के लिए खेल रहे हैं।’

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