रांची जेल से लालू की रिहाई में फिर अड़चन, कोर्ट ने मांगा पासपोर्ट

पटना। रांची के सीबीआइ कोर्ट में लालू प्रसाद को हाईकोर्ट से मिली जमानत की औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। चाईबासा मामले में अंतरिम जमानत की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। हालांकि, कोर्ट ने उन्‍हें रिहाई के पहले पासपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है, जो फिलहाल सीबीआइ के पास है। अब अगर सीबीआइ के पास जमा पासपोर्ट कोर्ट में जमा नहीं किया जा सका तो लालू की आज होने वाली रिहाई फिर टल सकती है। इसके पहले बेटे तेजप्रताप की शादी के लिए मिले पेरोल के बाद राजद सुप्रीमो सोमवार की रात रांची के होटवार जेल लौटे थे। जेल में उनकी दो रातें बेचैनी में कटीं। रिहाई के बाद अब वे अपने इलाज के लिए छह सप्‍ताह के लिए बाहर आ जाएंगे। उनके इलाज की शुरुआत मुंबई से होगी। रांची जेल से लालू की रिहाई में फिर अड़चन, कोर्ट ने मांगा पासपोर्ट

लालू को रिहाई के लिए जमा करना होगा पासपोर्ट 

बुधवार को बिहार के बहादुरपुर के राजद विधायक भोला यादव सहित लालू प्रसाद के अन्य जमानतदार कोर्ट पहुंचे। चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में बेल बांड भरे जाने की प्रक्रिया पूरी हुई। 50-50 हजार के दो बेल बांड भरे गए। इसके बाद कोर्ट ने लालू यादव के लिए रिलीज आर्डर जारी कर दिया। लेकिन, कोर्ट ने रिहाई के लिए पासनार्ट जमा करने का आदेश दिया, जबकि लालू का पासपोर्ट स‍ीबीआइ के पास जमा है। ऐसे में अगर पासपोर्ट जमा नहीं होता है तो लालू की आज होने वाली रिहाई में अड़चन आ सकती है। 

जेल में गुजारनी पड़ी एक और रात

इसके पहले मंगलवार को लालू का बेल बांड नहीं भरा जा सका था। उनके बेलर लौट गए थे। इसका कारण यह बताया गया कि अंतरिम जमानत संबंधी हाईकोर्ट का आदेश कोर्ट नहीं पहुंच सका था। अब जमानत की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। 

इलाज के लिए पहले जाएंगे मुंबई 

राजद प्रमुख लालू प्रसाद को इलाज के लिए सबसे पहले मुंबई ले जाया जाएगा, जहां उनके दिल का इलाज कराया जाएगा। तकरीबन तीन साल पहले मुंबई के एशियन हार्ट अस्पताल में लालू प्रसाद के दिल का ऑपरेशन हो चुका है। तब उन्हें लंबे समय तक अस्पताल में रहना पड़ा था और पूरी तरह स्वस्थ होकर वे बाहर निकले थे। राबड़ी देवी की इच्छा पुन: उसी अस्पताल में लालू का इलाज कराने की है। अन्य बीमारियों के इलाज के लिए उन्हें बाद में दिल्ली के मेदांता या अन्य किसी अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता है। 

इन शर्तों पर मिली है जमानत 

लालू प्रसाद चारा घोटाला में सजा काट रहे हैं। उनको रांची हाईकोर्ट ने इलाज के लिए छह सप्ताह की सशर्त जमानत दी है। बाहर रहने के दौरान लालू किसी राजनीतिक रैली को संबोधित नहीं करेंगे। मीडिया से बात करने पर भी प्रतिबंध रहेगा। 

लालू को परेशान करने का आरोप 

इस बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी विधायक एवं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने झारखंड सरकार पर परेशान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राजद प्रमुख को लेकर रघुवर दास सरकार की मंशा ठीक नहीं है। उसके इशारे पर ही लालू को जमानत मिलने के बाद भी दोबारा होटवार जेल में रखा गया। 

भोला यादव ने कहा कि रिम्स की गाइडलाइन के अनुसार राजद प्रमुख को चिकित्सकीय लाभ नहीं मिला। रिम्स ने दो विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में रखने का निर्देश दिया, जबकि होटवार जेल में अनुभवी कंपाउंडर भी नही, जो सही तरीके से इंसुलिन का इंजेक्शन दे सकें। भोला ने कहा कि रिम्स प्रशासन ने पेरोल पर छूटने के बाद दो वरिष्ठ डॉक्टरों को लालू प्रसाद की देखभाल के लिए पटना भी भेजा था, किंतु रांची आते ही दोनों को हटा दिया गया।

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