लालू यादव ने बेटे की शादी के बाद फिर तोड़ा अपना ये बड़ा वादा

पटना। पिछले साल नवंबर में  राजद प्रमुख लालू यादव ने वादा किया था कि अब मैं मांसाहार का सेवन नहीं करूंगा, लेकिन बेटे की शादी के दूसरे दिन ही लालू ने अपना ये वादा तोड़ लिया और अपने समधी के घर बने मछली भात का निमंत्रण मिलने पर समधियाना पहुंच गए और जमकर मछली-भात खाया। मछली की बात हो तो लालू के लिए वादे का पालन करना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि लालू मछली के बहुत शौकीन हैं।

लालू यादव ने बेटे की शादी के बाद फिर तोड़ा अपना ये बड़ा वादा

बता दें कि लालू प्रसाद ने पिछले वर्ष 7 नवंबर को अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान खुद के शाकाहारी होने की घोषणा की थी और कहा था कि शिवजी को वचन दिया हूं कि अब मांसाहार ग्रहण नहीं करूंगा। और अब तो उधर देखना भी छोड़ दिया हूं। लालू ने जैसे ही ज्योतिषाचार्य शंकर चरण त्रिपाठी को राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोनीत किया वैसे ही उनकी सलाह पर परिवार पर आए संकट से बचने के लिए मांसाहार को छोड़ने की सलाह दी और लालू ने उनकी सलाह को मानते हुए मांसाहार छोड़ने का एलान किया। बता दें कि बेनामी संपत्ति के आरोपों से घिरे लालू प्रसाद और उनके परिवार को ज्योतिषी ने सलाह दी थी कि घर के बड़े को मांसाहार का त्याग करना चाहिए। तब ज्योतिष त्रिपाठी ने भी दावा किया था कि ‘लालू प्रसाद आचार-विचार से शाकाहारी हो चुके हैं और पूरी तन्मयता से शाकाहार का पालन कर रहे हैं’। 

लेकिन जैसे ही बेटे तेजप्रताप की शादी के बाद रविवार की सुबह बहू ऐश्वर्या की विदायी और 10, सर्कुलर रोड आगमन के बाद थके-हारे लालू प्रसाद आराम कर रहे थे। इस बीच उनके समधी पूर्व मंत्री चंद्रिका राय के घर से मछली-चावल खाने का न्योता मिला, तो वह खुद को रोक नहीं पाए और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी एवं विधायक भोला यादव को साथ लेकर चंद्रिका यादव के घर पहुंच गए। डायनिंग टेबुल पर मछली-चावल और सलाद परोसा गया, जिसे लालू ने बड़े चाव के साथ खाया। 

ये वादा उन्होंने पहली बार नहीं तोड़ा है, इससे पहले भी लालू ने मांसाहार के त्याग करने का वादा किया था लेकिन निभा नहीं सके थे। लेकिन पिछली बार उन्होंने कहा था कि मैं हमेशा के लिए मांसाहार छोड़ रहा हूं। उन्होंने कहा था कि अब मुझे मांस मछली खाने को मन नहीं करता। 

पहले भी छोड़ दिया था नॉनवेज

एेसा नहीं कि ये नई बात है, लालू इसके पहले भी एक बार मांसाहार छोड़ चुके हैं। उस वक्त उन्होंने कहा था कि भगवान शिव ने स्वप्न में आकर उन्हें मांसाहार का सेवन नहीं करने को कहा है। हालांकि बाद में उन्होंने अंडा को फल बताकर उसे ग्रहण करना शुरू कर दिया था। इसके बाद तो वे फिर से नॉनवेज खाने लगे थे।

मछली के शौकीन हैं लालू

लालू प्रसाद मांस मछली के बहुत शौकीन हैं। लालू प्रसाद को मांसाहार में सोन की मछली या बहते पानी की मछली बेहद पसंद है। वे खुद भी बड़े चाव से बनाकर इसे खाते रहे हैं। वहीं, शाकाहार में वे दही का मठ्ठा, लिट्टी-चोखा, चना व मकई एवं सांवा का सत्तू, खिचड़ी इत्यादि बड़े चाव से खाते हैं। 

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