जानिए अटल बिहारी वाजपेयी की वो 10 बातें, जिनपर विरोधियों ने भी बजाई थी तालियां
2. छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।
3. लोकतंत्र एक ऐसी जगह है जहां दो मूर्ख मिलकर एक ताकतवर इंसान को हरा देते हैं।
4. इतिहास में हुई भूल के लिए आज किसी से बदला लेने का समय नहीं है, लेकिन उस भूल को ठीक करने का सवाल है।
5. बाधाएं आती है आएं, घिरें प्रलय की घोर घटाएं, पावों के नीचे अंगारे, सिर पर बरसें यदि ज्वालाएं, निज हाथों से हंसते–हंसते, आग लगा कर जलना होगा। कदम मिलाकर चलना होगा।
6. हार नहीं मानूँगा, रार नहीं ठानूँगा, काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूँ। गीत नया गाता हूँ।
7. शत–शत आघातों को सहकर जीवित हिंदुस्थान हमारा जग के मस्तक पर रोली सा शोभित हिंदुस्थान हमारा।
8. मैं हमेशा से ही वादे लेकर नहीं आया, इरादे लेकर आया हूं।
9. मेरे पास ना दादा की दौलत है और ना बाप की। मेरे पास मेरी मां का आशिर्वाद है।
10. अगर हमारा देश शक्तिशाली है तो किसी को भी हमारे देश पर आंख उठाकर देखने की हिम्मत नहीं होगी।