जानिए क्या, इंद्राणी मुखर्जी से कार्ति चिदंबरम का क्या है कनेक्शन

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को राहत मिलती नहीं दिख रही हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उन्हें लंदन से लौटते ही चेन्नई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया है। कार्ति को आईएनएक्स मीडिया केस के आरोप में धरा गया है, लेकिन उन पर एक और घोटाले में घिरे होने का आरोप है।

 

जानिए क्या, इंद्राणी मुखर्जी से कार्ति चिदंबरम का क्या है कनेक्शनदरअसल, कार्ति चिदंबरम पर केवल आईएनएक्स मीडिया मामले में ही तलवार नहीं लटक रही है बल्कि वो एयरसेल मैक्सिस केस मामले में भी फंसे हुए हैं। चौंका देने वाली बात है कि जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी भी इस मामले में घिरी हुई हैं। 

आईएनएक्स मीडिया और इसके निदेशकों इंद्राणी और पीटर मुखर्जी, कार्ति चिदंबरम और उनकी कंपनी चेस मैनेजमेंट सर्विस और पद्मा विश्वनाथन और उनकी कंपनी एडवांटेज स्ट्रेटजिक कंस्लटिंग के खिलाफ केस दर्ज किए हैं। इन पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, भ्रष्ट तरीके अपनाने, लोकसेवकों को प्रभावित करने और आपराधिक  दुराचरण का आरोप लगाया है।

आईएनएक्स मीडिया केस:
2007 में वित्त मंत्री पी चिदंबरम के कार्यकाल में आईएनएक्स मीडिया को विदेश से 305 करोड़ रुपये स्वीकार करने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की ओर से दी गई मंजूरी में कथित अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था। इस मामले में कार्ति चिदंबरम के खिलाफ ईडी और सीबीआई दोनों जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।

कार्ति पर प्रमुख आरोप ये है कि पिता के वित्तमंत्री रहते हुए उन्होंने इसका फायदा उठाकर कई कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाया। उन्हीं में से एक मामला आईएनएक्स मीडिया का भी है, जिसकी सर्वेसवा बेटी की हत्या के आरोप में जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी रह चुकी हैं।

जानिए क्या है एयरसेल-मैक्सिस मामला:
सीबीआई द्वारा विशेष अदालत में दाखिल चार्जशीट के अनुसार, मैक्सिस की सहायक कंपनी ग्लोबल कम्यूनिकेशन सर्विसेज होल्डिंग्स लिमिटेड ने एयरसेल में 800 मिलियन डॉलर के निवेश के लिए मंजूरी मांगी थी।

आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी इस मामले में अनुमति के लिए सक्षम थी। हालांकि तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम द्वारा इस संबंध में अनुमोदन प्रदान किया गया था। इस संबंध में आगे की जांच जारी है। इस मामले में कार्ति के शामिल होने का आरोप है।

 
Back to top button