जाट नेताओं ने काले झंडे दिखा कर वित्त मंत्री के खिलाफ किया प्रदर्शन

हांसी। जाट आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के उमरा गांव में विरोध करने के ऐलान पर प्रदेशभर से हिसार की तरफ आ रहे जाट नेताओं को पुलिस ने अलग-अलग इलाकों में हिरासत में ले लिया। हिसार रोड पर टोल प्लाजा के पास एकत्रित हुए जाट नेताओं को चकमा देते हुए वित्त मंत्री दिल्ली  के बजाए दूसरे रूट से हिसार पहुंच गए।

वित्त मंत्री अभिमन्यु के हिसार व आसपास के कई गांवों में दौरे का कार्यक्रम निर्धारित है। जिसे लेकर जाट आरक्षण आरक्षण संघर्ष समिति ने काले झंडों के साथ विरोध करने का ऐलान किया था। शनिवार सुबह से दूसरे इलाकों से जाट नेता टोल प्लाजा पर पहुंचने शुरू हो गए, लेकिन लेकिन हांसी की सीमाओं पर पुलिस ने करीब 70 जाट नेताओं को हिरासत में लेकर शहर थाने में बैठा लिया।

वहीं, धर्मपाल मलिक, हिम्मत  सिंह, रतिराम आदि जाट नेताओं के साथ विरोध कर रहे जाटों को टोल के पास एक होटल में ही हिरासत में लेकर बैठाए रखा व प्रमुख जाट नेताओं को मोबाइलों को छीन लिया। जिसके बाद जाट नेता काले झंडों को लेकर सड़क पर प्रदर्शन करने निकलने लगे तो डीएसपी नरेंद्र कादयान ने उन्हें रोक लिया। जिसके बाद जाट नेताओं की पुलिस सुरक्षा के बीच टोल तक नारेबाजी करने पर मांग रखी। जाट नेताओं ने टोल प्लाजा तक पुलिस घेरे में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान एसडीएम, दो डीएसपी, तहसीलदार जाट नेताओं के साथ मौजूद रहे।

चरखी दादरी में 20 हिरासत में

चरखी दादरी में अखिल भारतीय जाट समाज की दो गाड़ियों में सवार करीब 20 लोगों को पुलिस ने लोहारू चौक पर हिरासत में ले लिया। इस दौरान जाट समाज के लोगों ने सड़क पर धरना देने की भी चेतावनी दी। जाट नेताओं की चेतावनी के मद्देनजर मौके पर भारी पुलिसबल तैनात कर दिया है।

पुलिस कर्मियों ने गाड़ी में तेज आवाज में गाने बजाने की बात कहते हुए चालान काटने की बात कही तथा गाड़ी को लोहारू चौक पर ले आए। यहां पर पुलिस ने उक्त गाड़ी को इंपाउंड कर दिया। जिससे समिति के सदस्य भड़क गए। उन्होंने फोन पर इसकी सूचना अपने अन्य साथियों को दी। जिसके बाद समिति की एक और गाड़ी वापस लोहारू चौक पर पहुंची तथा पुलिस की कार्यप्रणाली का विरोध करते हुए चौक पर धरना देने की बात कही। इस दौरान यहां पर काफी संख्या में पुलिस कर्मी पहुंच चुके थे।

बाद में मौके पर डीएसपी प्रदीप कुमार पहुंचे। उन्होंने समिति के नेताओं से बात की तथा नेतृत्व कर रहे राजबीर शास्त्री चिड़िया को बात करने की कहकर अपने साथ गाड़ी में बैठा ले गए। आधे घंटे बाद पुलिस ने अन्य लोगों को भी हिरासत में ले लिया तथा थाने में ले गए।

महम शुगर मिल के पास डटे जाट

उधर, महम शुगर मिल के पास डटे थे और उमरा जाने की जिद कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोक दिया है। जाटों का कहना है कि  जाट आंदोलन रोकने से नही रुकेगा। वहीं, कैप्टन अभिमन्यु का विरोध करने का एलान करने वाली जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रतिरोध में सातबास खाप सामने आई है।

सातबास खाप के अंतर्गत आने वाले 11 गांवों के सरपंचों व प्रतिनिधियों ने कहा कि वह विरोध करने वालों को गांव की सीमा में नहीं घुसने देंगे। सातबास के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि इस इस कार्यक्रम में किसी प्रकार का खलल नहीं आने दिया जाएगा।

जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने उमरा गांव में सातबास प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की। इस बैठक में समिति ने विरोध न करने की अपील को तो ठुकरा दिया, लेकिन गांव की सीमा से बाहर विरोध करने का एलान कर दिया। बहरहाल, मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

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