जायसवाल क्लब ने दर्शनार्थियों में किया चाय-बिस्कुट वितरित

गोदोलिया गिरजाघर के समीप मकर सक्रांति के उपलक्ष में कार्यक्रम का आयोजन

सुरेश गांधी

वाराणसी : जायसवाल क्लब के तत्वावधान में शुक्रवार को मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में गीरजा घर चैराहे स्थित लक्सा रोड पर अम्पायर होटल के सामने स्टाल लगाकर दर्शनार्थियों में चाय व टोस का वितरण किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गंगा स्नान को जा रहे दर्शनार्थियों ने चाय व टोस का आंनद लिया। इस मौके पर जायसवा क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने कहा कि मकर संक्राति दान-पुण्य और पतंगबाजी का पर्व है। इसके पीछे यह मान्यता है कि वस्तु का दान करने से पूण्य मिलता है। मान्यता है कि मकर संक्रांति पर सूर्य के उत्तर दिशा में जाने से दिन बड़े होने लगते हैं और इसी के साथ वसंत ऋतु का आगमन होता है। सूर्य का उत्तर दिशा में होने का आध्यात्मिक रूप से काफी महत्व है। उत्तरायण में सूर्य के होने से व्यक्ति में नई ऊर्जा का संचार होता है और रोग, दोष, संताप से मुक्ति मिलती है।

शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति पर तिल खाना, तिल से स्नान करना और तिल का दान करने से व्यक्ति को काफी पुण्य मिलता है। गरीब व्यक्ति को कपड़ा दान करने से मानसिक शांति मिलती है। तिल दान से ग्रहों का प्रकोप भी मिटता है। ठंड के दिनों में तिल-गुड़ खाना स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी लाभदायक है। इस मौके पर जायसवाल क्लब के सभी पदाधिकारीगण एवं सक्रिय सदस्य लक्ष्मी नारायण जायसवाल, गोपालजी जायसवाल, कमलेश जायसवाल, मुरलीधर जायसवाल, नीरज जायसवाल, रमेश जायसवाल, अरविंद जायसवाल, शरद जायसवाल, अशोक जायसवाल, जीतचन्द जायसवाल, दीपचन्द जायसवाल, विजय जायसवाल, श्रीप्रकाश जायसवाल, मुरलीमनोहर जायसवाल, रोशन जायसवाल, सुरेश गांधी, अजय जायसवाल आदि ने काशी गंगा स्नानार्थी श्रद्धालुओं की सेवा-सहयोग कर पुण्यकर्म के सहभागी बनें।

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