जब ISIS की सेक्‍स गुलाम रही 14 साल की लड़की ने सुनाई आपबीती, दंग रह जाएँगे आप

नई दिल्‍ली : महिलाओं के प्रति आईएसआईएस (ISIS) के अत्‍याचार की कहानी शायद ही किसी से छिपी हुई हो. कई समुदायों पर अत्‍याचार करने के अलावा इस संगठन ने सबसे ज्‍यादा यजीदी महिलाओं पर अत्‍याचार किए हैं. महिलाओं के प्रति आईएसआईएस की प्रताड़ना की खबरें पहले भी आ चुकी हैं. ये महिलाओं को कई दिन तक भूखे प्‍यासे रखते हैं. इनकी द्वारा दी जाने वाली यातनाएं सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं.महिलाओं के प्रति आईएसआईएस की प्रताड़ना

मीडिया में पहले आई खबरों में बताया जा चुका है कि आरोपी महिलाओं का अपहरण करने के बाद या तो उनका बलात्‍कार करते हैं या उन्‍हें सेक्‍स स्‍लेव बना दिया जाता है. इसके अलावा पीड़ित महिलाओं को सीरिया के बाजारों में बोली लगाकर भी बेचा गया. समय-समय पर इस्‍लामिक स्‍टेट द्वारा यजीदी महिलाओं हुए अत्‍याचार की दास्‍तान सामने आती रहती है. अब फिर से एक यजीदी लड़की इखलास ने इंटरव्‍यू में आप बीती बताई है. इखलास छह महीने बाद आईएसआईएस के चंगुल से मुक्‍त हुई है.

सेक्स गुलाम के तौर पर बंधक बना लिया

अपने काले अतीत को याद करते हुए इखलास ने बीबीसी से बताया कि ‘वह छह महीने तक हर रोज मेरा रेप करता था. मैंने अपनी जान लेने की कोशिश की.’ उसने बताया कि मैं उस वक्त मेरी उम्र महज 14 साल थीं जब इस्लामिक स्टेट के कथित लड़ाकों अगवा कर लिया. इसके बाद उन्‍हें सेक्स गुलाम के तौर पर बंधक बना लिया. उत्‍तरी इराक के इलाके में लंबे समय से रह रहे यजीदी समुदाय के लोग साल 2014 में इस्लामिक स्टेट के निशाने पर रहे.

इस्लामिक स्टेट के चरमपंथी लड़ाकों ने पुरुषों को मौत के घाट उतारा और महिलाओं को अगवा कर लिया. इखलास ने बताया कि मेरे ऊपर इतने जुल्म हुए कि मेरे आंसू भी सूख चुके हैं. वो 6 महीने मेरे लिए नर्क से भी बदतर रहे. आतंकियों से बचने के लिए शुरू में ही माउंट सिंजर से भागने की कोशिश की, लेकिन फिर भी वो आतंकियों के चंगुल में फंस गई. महज 14 साल की उम्र में ही आतंकियों ने अगवा कर अपना सेक्स-स्लेव बना लिया था. इसके बाद लगभग हर रोज ही वो रेप और मारपीट जैसे अमानवीय घटनाओं का शिकार होने लगी.

इखलास ने बताया कि इस्लामिक स्टेट के एक बहुत ही बदसूरत आतंकी ने उसे 150 लड़कियों में से चुना था. लंबे बालों वाला वो शख्‍स किसी बदबूदार जानवर की तरह था, जिसे देखकर ही वो बहुत डर गई थी. एक दिन इस्लामिक स्टेट का वो आतंकी लड़ाई पर गया हुआ था और तभी उसे उसके चंगुल से भागने का मौका मिला और वो बच निकलने में कामयाब हुई. यहां से छूटने के बाद उसे एक शरणार्थी शिविर ले जाया गया.

वकील बनने की चाहत

इखलास कहती है कि ये सब मैं बिना रोए आपको ये सब सिर्फ इसलिए बता पा रही हूं क्योंकि मेरे आंसू ही सूख गए हैं. इखलास इस समय जर्मनी के एक मेंटल हॉस्पिटल में हैं जहां उन्हें थैरेपी देने का साथ पढ़ाया भी जा रहा है. वो भविष्य में एक लॉयर बनना चाहती है.

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