IPL 11: नीलामी के बाद हुआ सबसे बड़ा खुलासा…धोनी नहीं अब ये खिलाड़ी होता CSK का कप्तान

टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्रसिंह धोनी का रिकॉर्ड कप्तान के तौर पर आईपीएल में भी दमदार है. धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स हर बार प्ले-ऑफ में क्वालीफाई करने में कामयाब रही. साथ ही दो बार चैंपियन भी बनी. इसके अलावा दो बार ही चैंपियंस लीग भी जीती.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य चयनकर्ता वीबी चंद्रशेखर ने उनके बारे में खुलासा करते हुए कहा कि धोनी आईपीएल 2008 की नीलामी में हमारी रणनीति में नहीं थे. हालांकि उनको लेकर सभी 8 फ्रेंचाइजियों में अपनी टीम में धोनी को शामिल करने को लेकर कड़ी प्रतिस्पर्धा थी.

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार धोनी और वीरेंद्र सहवाग के बीच में शुरू से ही मतभेद रहे हैं और दोनों एक-दूसरे को पसंद नहीं करते हैं. बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष व चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक नारायणस्वामी श्रीनिवासन भी धोनी को टीम में शामिल करने के मूड में नहीं थे. 2008 में चेन्नई सुपरकिंग्स के निदेशक रहे एन. चंद्रशेखर ने कहा-नीलामी से पहले जब श्रीनि ने मुझसे पूछा कि आप किसे खरीदना चाहेंगे तो मेरा जवाब था धोनी.

मेरे जवाब को सुनकर उन्होंने मुझसे पूछा धोनी क्यों, सहवाग क्यों नहीं? तो मैंने कहा था- सहवाग में वह बात नहीं है जो धोनी में है. धोनी टीम के कप्तान, विकेटकीपर और बल्लेबाज होंगे, जो कभी-भी अपने दम पर मैच का रुख अपनी ओर मोड सकते हैं. श्रीनि मेरी बात से सहमत हुए और 2008 नीलामी के दिन वह मेरे पास आए और कहा- जाओ खरीद लो धोनी को.

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