इन 5 प्रोडक्ट में 500 रुपये से शुरू करें निवेश, बन जाएंगे अमीर

 अमीर बनने की चाहत सभी की होती है। लेकिन ये काम इतना आसान नहीं है। अमीर बनने के लिए कई छोटी-छोटी बातों पर गौर करना होता है। यूं तो लोग एक महीने में 500 रुपये आसानी से खर्च कर देते हैं। लेकिन अगर आप इन पैसों को बचाने के लिए सोचेंगे तो साल में यह 6000 रुपये होंगे और 20 वर्षों में यह बढ़कर 1.2 लाख हो जाएंगे। इसलिए अगर आप छोटी-छोटी रकम बचाते हैं तो एक निश्चित समय के बाद बढ़कर यह एक बड़ी रकम में तब्दील हो जाती है। हम आपको पांच ऐसे निवेश प्रोडक्ट के बारे में बता रहे हैं जहां आप केवल 500 रुपये प्रति माह के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं।इन 5 प्रोडक्ट में 500 रुपये से शुरू करें निवेश, बन जाएंगे अमीर

म्युचुअल फंड: म्युचुअल फंड में आप व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) के जरिए निवेश कर सकते हैं। म्युचुअल फंड की कुछ योजनाओं में आप 100 रुपये प्रति महीने और अन्य योजनाओं में 500 रुपये प्रति महीने से निवेश शरू कर सकते हैं। आप चाहें तो इक्विटी फंड, डेट फंड, हाइब्रिड फंड और गोल्ड स्कीम में भी निवेश कर सकते हैं। अगर मान लिया जाए कि 20 साल में 500 रुपये प्रति माह के हिसाब से निवेश करते हैं और आपको कम से कम 10% वार्षिक रिटर्न मिलता है तो एक निश्चित समय के बाद यह रकम 3.8 लाख रुपये हो जाएगा।

अटल पेंशन योजना: सरकार ने वर्ष 2015-16 में असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए, अटल पेंशन योजना की घोषणा की थी। इस योजना के तहत, हर महीने महज 210 रुपये के निवेश से रिटायरमेंट के बाद 5000 रुपये की पेंशन मिल सकती है। इसपर पीएफआरडीए का नियंत्रण है और यह ग्राहक को 1000 रुपये और 5000 रुपये प्रति माह के बीच न्यूनतम मासिक पेंशन देता है। इस स्कीम का लाभ लेने के लिए 18 से 40 साल की उम्र तय की गई है। इस स्कीम में निवेशक को 60 वर्ष की आयु से मृत्यु तक पेंशन मिलती है।

इसके तहत अगर आपने 18 साल की उम्र से 210 रुपये के मासिक योगदान से शुरुआत करते हैं तो 42 वर्षों बाद 5,000 रुपये की पेंशन मिलने लगेगी। वहीं यदि 84 रुपये का मासिक योगदान भी देते हैं तो 60 वर्ष की उम्र तक आप 2000 रुपये की प्रतिमाह पेंशन सुनिश्चित करवा सकते हैं। इसी तरह अगर आपका निवेश 42 वर्षों तक हुआ है मसलन, आपने 18 वर्ष की उम्र से ही इस योजना को शुरू करवा दिया था तो आपको 60 वर्ष की उम्र के बाद 24,000 रुपये की सालाना पेंशन मिलने लग जाएगी।

निवेशक के निधन के बाद, पति-पत्नी को पेंशन जारी रहती है। पति या पत्नी के निधन के बाद जमा राशि (जो भी 60 वर्ष की आयु तक जमा हो गयी थी) आपके नामांकित व्यक्ति (नॉमिनी) को दे दी जाती है। अगर निवेशक के पति या पत्नी की मृत्यु निवेशक से पहले ही हो जाती है, तो जमा राशि (जो भी 60 वर्ष की आयु तक जमा हो गयी थी), निवेशक की मृत्यु के बाद नॉमिनी को दे दी जायेगी।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड: भारत में इसे एक लोकप्रिय निवेश माना जाता है। इसमें किया जाने वाला निवेश सुरक्षित होता है और साथ ही इस पर मिलने वाला रिटर्न भी आकर्षक होता है। लंबी अवधि के लिए जिन निवेश विकल्पों को भारत का आम निवेशक सबसे भरोसेमंद मानता है उनमें PPF मुख्य है।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड केंद्र सरकार की ओर से संचालित एक स्कीम है। यह स्कीम बैंक और पोस्ट ऑफिस की ओर से चलाई जाती है। आप अपनी स्वेच्छा से इसमें अपना खाता खुलवा सकते हैं। इसमें खाता खुलवाने के लिए जरूरी नहीं कि आप वैतनिक हों। अगर आप बतौर सलाहकार, फ्रीलांसर और संविदा (अनुबंध) के आधार पर काम करते हैं तब भी आप अपना खाता इसमें खुलवा सकते हैं। इसमें आपके निवेश पर 8.7 फीसद ब्याज मिलता है। पीपीएफ का पैसा आमतौर पर 15 साल की मैच्योरिटी के बाद ही निकाला जा सकता है। इसमें भी कम से कम 500 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है।

एफडी/आरडी:-

  • फिक्स डिपॉजिट (एफडी): फिक्स डिपॉजिट को निवेश का सबसे सुरक्षित तरीका माना जाता है। फिक्स डिपॉजिट में आपको एक निश्चित समय के लिए पैसे जमा करना होता है और आपको उन पैसों पर एक निश्चित दर से ब्याज मिलता है। हालांकि, अधिकतर बैंक और फाइनेंशियल कंपनियां एफडी पर 7 फीसद की शुरुआती दर से ब्याज देती हैं। इसमें निवेश करने का फायदा यह है कि बैंक और फाइनेंशियल कंपनियां एफडी में 7 दिन से लेकर 10 साल तक के निवेश की सुविधा देती हैं। अगर कभी आपक पैसों की बहुत अधिक जरूरत है तो आपको कुछ राशि पेनाल्टी के तौर पर देनी होगी, फिर आप अपना पैसा निकाल सकते हैं।
  • आवर्ती जमा (आरडी): वहीं, अगर आवर्ती जमा (आरडी) की बात करें तो इसमें निवेश से ब्याज अधिक मिलता है और जब आपको पैसे की जरूरत होती है, तो एक मुश्‍त रकम भी मिल जाती है। इस योजना के तहत आप बैंक और पोस्ट ऑफिस में हर महीने एक निश्चित अमाउंट जमा करवा सकते हैं। जिसके बाद बैंक आपको एक निश्चित दर पर ब्याज देता है। यदि आप नौकरी पेशा हैं तो आप अपने सैलरी अकाउंट के साथ आरडी खाता खोल सकते हैं। सेविंग अकाउंट के साथ आरडी खोलने पर आपको हर महीने पैसा जमा करने की जरूरत नहीं होती। आपके अकाउंट से ऑटोमैटिक पैसा कट जाता है। कम समय के लिए निवेश में आवर्ती जमा भी अच्छा विकल्प है। ज्यादातर बैंक एफडी और आरडी में 100 रुपये से 500 रुपये निवेश की सुविधा देते हैं।

पोस्ट ऑफिस स्कीम: पोस्ट ऑफिस भी ऐसी तमाम स्कीम चलती हैं तो बैंक के सेविंग अकाउंट से भी ज्यादा ब्याज देती हैं। जैसे डाकघर मासिक बचत आय। डाकघर की मासिक आय खाता योजना ऐसे निवेशकों के लिए होती है जो एकमुश्त राशि का निवेश कर मासिक आधार पर ब्याज पाना चाहते हैं। यह योजना रिटायर्ड कर्मचारियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेहद उपयोगी होती है। इस खाते में म्योच्योरिटी पीरियड पांच साल होता है। इसमें खाता धारक को जमा पर हर महीने ब्याज मिलता है। मौजूदा समय में इस योजना में 7.50 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है।

इसके अलावा पांच वर्षीय डाकघर आवर्ती जमा खाता भी निवेश का एक बेहतर टूल्स है। इसमें आपका पैसा पांच साल के लिए जमा रहता है। इस खाते में जमा पर 7.2 फीसद की दर से ब्याज मिलता है। साथ ही इस बचत योजना में एक साल के बाद 50 फीसदी रकम निकलाने की व्यवस्था है। ध्यान दें कि प्रति माह इसमें 10 रुपये का निवेश जरूरी है।

डाकघर सावधि जमा खाता भी निवेश का एक बेहतर माध्यम है, जिसमें आपको 6.8 से 7.6 फीसद की दर से ब्याज मिलता है। यह ब्याज दर आपको पांच वर्षीय खाते पर मिलता है। यह खाता व्यक्तिगत तौर पर खोला जा सकता है। सावधि जमा खाते पर आयकर अधिनियम 80c के तहत आयकर से छूट मिलती है।

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