इनेलो की कलह: दुष्यंत ने दिखाई विनम्र आक्रामकता, दादा से आरोपों पर मांगे सुबूत

देश की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले चौधरी देवीलाल के परिवार की राजनीतिक कलह बढ़ती जा रही है। इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के वापस तिहाड़ जेल जाने से पहले इनेलो संसदीय दल के नेता दुष्यंत चौटाला ने उस नोटिस का जवाब दे दिया है, जिसमें उन पर गोहाना रैली में अनुशासनहीनता बरतने के आरोप लगाते हुए निलंबित कर दिया गया था। दुष्यंत चौटाला ने अपने दादा ओमप्रकाश चौटाला के फैसले पर दुख जताते हुए गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।इनेलो की कलह: दुष्यंत ने दिखाई विनम्र आक्रामकता, दादा से आरोपों पर मांगे सुबूत

चौटाला के तिहाड़ जेल जाने से पहले सांसद पोते ने दिया नोटिस का जवाब

दुष्यंत चौटाला अपने दादा के पार्टी से उनके निलंबन के फैसले से काफी आहत हैं और उन्होंने अनुशासनहीनता के आरोपों की सफाई देने से पहले अपने ऊपर लगे आरोपों के सबूत मांग लिए हैं। दुष्यंत चौटाला ने नई दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में ओमप्रकाश चौटाला को भेजे जवाब में कहा है कि पहले उन्हें उनके ऊपर लगे आरोपों के सबूत, आडियो-वीडियो और अन्य कोई दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएं। तभी वह अपना स्पष्ट जवाब दे सकेंगे। दुष्यंत ने अपना जवाब दाखिल करने के लिए पार्टी से दो सप्ताह का समय मांगा है।

अनुशासनहीनता के आरोपों के सबूत मिलने पर 14 दिन में जवाब देने की बात कही

गोहाना रैली में हूटिंग के बाद ओमप्रकाश चौटाला ने दुष्यंत चौटाला व दिग्जविय चौटाला को निलंबित करते हुए पूरी राष्ट्रीय व प्रदेश कार्यकारिणी में बदलाव कर दिया है। 11 अक्टूबर को पार्टी मुख्यालय की तरफ से दुष्यंत चौटाला को नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह में जवाब मांगा गया था। इस नोटिस की अवधि बृहस्पतिवार को समाप्त हो रही है। इससे पहले बुधवार को देर शाम दुष्यंत चौटाला ने पार्टी नेतृत्व से अपने खिलाफ सबूत मांग लिए हैं। ऐसे में अब गेंद पार्टी हाईकमान के पाले में है।

दुष्यंत चौटाला ने अपने जवाब में बताई मन की पीड़ा

दुष्यंत चौटाला ने आेमप्रकाश चौटाला को भेजे नोटिस के जवाब अपनी पीड़ा व्‍यक्‍त की है। उन्‍होंने लिखा, ‘आपने मुझे जो नोटिस दिया है उससे मैं आहत हूं, मेरा मन बड़ा व्यथित है। इस नोटिस की भाषा को देखकर मुझे मानसिक यातना का सामना करना पड़ा। मैंने और मेरे परिवार ने पार्टी के लिए साफ नीयत, ईमानदारी व निष्ठा से काम किया। मैंने पहले भी इस नोटिस के जवाब में पार्टी मुख्यालय से मुझ पर लगाए गए आरोपों के संबंध में तथ्य और वीडियो रिकार्डिंग की मांग की थी। वह मुझे आज तक नहीं मिली। ऐसे में आपके द्वारा दी गई एक सप्ताह की तय सीमा में मैं इस नोटिस का जवाब देने में असमर्थ हूं। आपसे अनुरोध है कि मुझ पर लगाए गए आरोपों के तथ्य और वीडियो रिकार्डिंग उपलब्ध कराई जाए, ताकि मैं जवाब दे सकूं। यह मिलने के बाद मुझे 14 दिन का समय दिया जाए।

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