अपने समलैंगिक पार्टनर को बचाने के लिए भारतीय नैनोटेक्नोलॉजी रिसर्चर ने की आत्महत्या
नीलोत्पल ने ऐसा इसलिए किया ताकि वह अपने समलैंगिक (गे) पार्टनर को मरने से बचा सके। रविवार सुबह उसकी लाश पुलिस को तालाब में मिली थी। रिसर्चर के सुसाइड नोट और उसके जानने वालों ने बताया कि वह मां काली को बहुत ज्यादा मानता था। अपने पत्र में उसने लिखा था कि अगर आप डार्क मैटर को जानना चाहते हैं तो शिव को समझो। अगर आप ब्लैक होल को जानना चाहते तो काली को समझो और अगर आप बिग बैंग को जानना चाहते हो तो ओम की भाषा समझो।
नीलोत्पल के मामले की जांच कर रहे सहायक उपनिरीक्षक केसी साहू ने कहा कि घर छोड़ने से पहले रिसर्चर ने सुबह 10:04 बजे फेसबुक पर फाइनल नोट नाम से पांच मिनट का एक वीडियो पोस्ट किया था। इस नोट में उसकी दीवारों पर लगे नोट दिख रहे थे। नोट को परिवार और दोस्तों ने देखने के बाद उसे फोन किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सरकार की मां ने फेसबुक पर उससे घर वापस आने की अपील की क्योंकि उसके पिता की हालत खराब है।
वीडियो में नीलोत्पल ने कहा- साल 2016 की दिवाली यानी 30 अक्टूबर 2016 को मैंने बहुत सुंदर सपना देखा। देवी काली मेरे सपने में आईं। उन्होंने कहा कि एक साल के अंदर तुझे तेरा जीवनसाथी मिल जाएगा, मगर इस जीवन में उससे शादी नहीं हो पाएगी बल्कि अगले जन्म में होगी। अगर तूने अपने प्रेम का इजहार किया तो भूचाल आ जाएगा। नोट में सरकार ने कामाख्या देवी के दर्शन करने और उनसे अपने पार्टनर को कोई नुकसान ना पहुंचाने की प्रार्थना की है।
नीलोत्पल के घर में किसी को भी उसकी यौन इच्छाओं के बारे में पता नहीं था। वह एक अच्छे परिवार से ताल्लुक रखता था। उसके पिता निर्मलेन्दु सरकार हरिद्वार के भारत हैवी इलेक्टिक लिमिटेड में असिस्टेंट जनरल मैनेजर हैं जबकि मां पेशे से डॉक्टर हैं। उसकी बहन एमिटी यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई कर रही है। साकेत नगर में वह किराए के मकान में रहता था। अपने सुसाइड नोट में उसने इस जन्म में साथ देने वाले सभी लोगों का धन्यवाद दिया है।