फ्रांस को पछाड़ विश्व की छठी अर्थव्यवस्था बना भारत…

फ्रांस को पछाड़ते हुए भारत विश्व की छठी अर्थव्यवस्था बन गया है। विश्व बैंक के 2017 के आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) पिछले साल के आखिर में 25.97 खरब डॉलर थी जबकि फ्रांस की 25.82 खरब डॉलर। विश्व बैंक की इस सूची में अमेरिका शीर्ष स्थान पर है। उसकी जीडीपी 193.90 खरब डॉलर है। इसके बाद चीन दूसरे स्थान पर है जिसकी जीडीपी 122.37 खरब डॉलर है। वहीं जापान और जर्मनी क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर हैं। ब्रिटेन, भारत से ऊपर पांचवें स्थान पर है और उसकी कुल जीडीपी 26.22 खरब डॉलर है।फ्रांस को पछाड़ विश्व की छठी अर्थव्यवस्था बना भारत...

इससे पहले विश्व बैंक ने उल्लेख किया था कि भारत की अर्थव्यवस्था नोटबंदी और जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के प्रभावों से उबर आई है। इसके साथ ही उसने 2018 में भारत का विकास दर 7.3 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भी कहा था कि भारत 2018-19 के दौरान सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं के रूप में उभरेगा। उसने 2018 में भारत का विकास दर 7.4 फीसदी जबकि 2019 में 7.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। वहीं, दुनिया की औसत विकास दर के 3.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है।

ब्रिटेन और चीन को भी पीछे छोड़ेगा भारत :
लंदन स्थित कंसल्टेंसी फर्म ‘सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च’ (सीईबीआर) ने पिछले साल के आखिर में कहा था कि जल्द ही जीडीपी के लिहाज से भारत ब्रिटेन और फ्रांस दोनों को पीछे छोड़ देगा। एक दशक में भारत की जीडीपी दोगुनी होने के बाद संभावना जताई जा रही है कि भारत, एशिया में प्रमुख आर्थिक ताकत के तौर पर उभर सकता है क्योंकि चीन की रफ्तार धीमी हो सकती है। यही नहीं, 2032 तक भारत के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की भी संभावना जताई गई है। 

प्रति व्यक्ति आय में फ्रांस, भारत से आगे :
भारत की आबादी इस समय 1 अरब 34 करोड़ है और यह दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बनने की दिशा में अग्रसर है। फ्रांस की आबादी 6 करोड़ 7 लाख है। हालांकि आंकड़ों के अनुसार प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत फ्रांस से कई गुना पीछे है। अब भारत से ज्यादा गरीब नाईजीरिया में :
‘वर्ल्ड पावर्टी क्लॉक और ब्रूकिंग्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब भारत दुनिया में सबसे ज्यादा गरीब जनसंख्या वाला देश नहीं है। भारत में जहां 7 करोड़ आबादी बेहद गरीबी में जी रही है, वहीं नाईजीरिया में 8.7 करोड़ लोग बेहद गरीब हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि नाईजीरिया में जहां हर एक मिनट में छह लोग गरीबी में धकेले जा रहे हैं, वहीं भारत में हर मिनट में 44 लोग गरीबी से बाहर आ रहे हैं।

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