लखनऊ के अलाया अपार्टमेंट में हादसा, 17 घंटे से रेस्क्यू जारी

लखनऊ के अलाया अपार्टमेंट हादसे में 17 घंटे से रेस्क्यू जारी है। मलबे से निकाली गईं पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता जीशान हैदर और सपा प्रवक्ता अब्बास हैदर की मां की इलाज के दौरान मौत हो गई। डीजीपी डीएस चौहान ने बताया कि फंसे हुए लोगों के लिए रेस्क्यू जारी है। रेस्क्यू कार्य में मलबा बड़ी समस्या है। दो अज्ञात लोगों की भी सूचना मिली है। जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी गठित हुई है। NDRF, पुलिस जवान लगातार रेस्क्यू में जुटे हैं। जांच के बाद ही हादसे का कारण पता चलेगी। भूकंप से हादसे का अभी सिर्फ कयास है। बिल्डिंग निर्माण की गुणवत्ता काफी खराब है। NDRF,SDRF की कुल 12 टीमें लगी हैं।

हजरतगंज में वजीर हसन रोड पर स्थित पांच मंजिला अलाया अपार्टमेंट की इमारत मंगलवार देर शाम भरभराकर ढह गई। इस हादसे में वहां रहने वाले दर्जनों लोग फंस गए। चीख-पुकार के बीच एसडीआरएफ, पीएसी और पुलिस प्रशासन ने स्थानीय लोगों की मदद से 13 लोगों को बाहर निकाला। पांच लोगों को सिविल अस्पताल में भेजा गया है। एक बच्चे की हालत गंभीर है। बुधवार सुबह मलबे से निकाली गई महिला की जान चली गई। 

जांच कमेटी गठित
अलाया अपार्टमेंट के गिरने पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई है। सीएम के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी गई है। इस कमेटी में  आयुक्त लखनऊ रोशन जैकब , संयुक्त पुलिस आयुक्त लखनऊ पीयूष मोर्डिया एवं चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी लखनऊ होंगे।ये समिति इस घटना के लिए ज़िम्मेदार लोगों को चिन्हित कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी। वहीं मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हजरतगंज के वजीरगंज हसन रोड पर बने अलाया अपार्टमेंट के गिरने पर उसके भवन मालिक मोहम्मद तारिक, नवाज़िश शाहिद तथा बिल्डर्स यजदान पर तत्काल मुकदमा पंजीकृत कराया जाए। मंडलायुक्त ने लखनऊ शहर में यजदान बिल्डर्स के द्वारा बनाई गई अन्य बिल्डिंगों का चिन्हाकन करके जांच करने के भी निर्देश दिए हैं। 

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