भारतीय पारिस्थतिकी में ‘प्रवासी पक्षी’ हैं सहायक: हर्षवर्धन

विश्व प्रवासी पक्षी दिवस’ पर पक्षियों के संरक्षण का आान करते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि भारत की समृद्ध पारिस्थितिकी में प्रवासी प्रजातियां सहायक होती है. इस बार विश्व प्रवासी पक्षी दिवस 2018 का थीम ‘पक्षी संरक्षण के लिए हमारी आवाजें एक करना’ है जिसका उद्देश्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन के लिए प्रवासी पक्षियों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले रास्ते को सुरक्षित और संरक्षित करना है.

हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा, “भारत की पारिस्थितिकीविरासत प्रवासी प्रजातियों की सहायता से समृद्ध होती है जो कि यहां प्रत्येक वर्ष प्रजनन करते हैं, घोसला बनाते हैं और अपना पोषण करते हैं. ऐसा अनुमान है कि प्रवासी पक्षियों की 100 से ज्यादा प्रजातियां यहां आती हैं.” उन्होंने कहा, “भारत गर्मी और जाड़े में कई प्रवासी पक्षियों का स्वागत करता है. उनके अस्थायी आवास के लिए कई वन्यजीव अभयारण्यों की स्थापना की गई है. पक्षी प्रेमी कुछ विशिष्टम प्रजातियों को देखने के लिए इन अभयारण्यों का रुख करते हैं.” पक्षीविज्ञानी बिक्रम ग्रेवाल के अनुसार, “एशियाई और यूरोपीय क्षेत्र से लगभग 100 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां यहां आती है.”

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ग्रेवाल ने कहा कि घरेलू स्तर पर भी बहुत सारे पक्षी प्रवास करते हैं, हालांकि उनकी संख्या ज्ञात नहीं है, इस पर ज्यादा शोध नहीं किया गया है. यमुना जैव विविधता पार्क के वैज्ञानिक प्रभारी फैयाज ए. खुदसर ने कहा, “पाइड क्रेस्टेड कोयल मानसून के दौरान अफ्रीका से भारत आते हैं. इस समय इनके आने की वजह से इसे ‘मानसून का अग्रदूत’ भी कहा जाता है.”

 

 
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