इमरान-पोम्पियो की बातचीत में नहीं था आतंकियों का जिक्र

पाकिस्तान ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के मंत्रालय की ओर से जारी बयान को ‘सही’ करने को कहा है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया था कि पोम्पियो ने प्रधानमंत्री इमरान खान से सभी आतंकी समूहों के खिलाफ ‘निर्णायक फैसला’ लेने को कहा है.

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हीदर नॉर्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पोम्पियो ने इमरान खान से हई बातचीत के दौरान आतंकी समूहों पर ‘निर्णायक कार्रवाई’ करने की बात कही है. इसके साथ ही अफगान शांति प्रक्रिया को बढ़ावा देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी.

हालांकि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पोम्पियो ने अन्य मुद्दों की चर्चा करते हुए शुभकामनाएं दी और उसमें ‘पाकिस्तान में आंतकियों’ का कोई जिक्र नहीं था. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि प्रधानमंत्री खान और सचिव पोम्पियों के बीच फोन कॉल पर अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी किए गए तथ्यात्मक रूप से गलत बयान को पाकिस्तान अपवाद के तौर पर समझ रहा है.

फैसल के ट्वीट में कहा गया है कि बातचीत के दौरान दोनों के बीच आतंकियों के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई. इसे जल्द से जल्द सही किया जाना चाहिए. वहीं 19 अगस्त को पाकिस्तानी मीडिया ने खबर दी थी कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो सितंबर के पहले हफ्ते में संभवत: पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं, जहां वह इमरान खान के साथ पारस्परिक हितों के मुद्दों पर बातचीत करेंगे.

राजनयिक एवं आधिकारिक सूत्रों के हवाले से डॉन अखबार ने कहा कि पोम्पियो के पांच सितंबर को इस्लामाबाद आने की संभावना है. वह पहली ऐसी विदेशी हस्ती होंगे जो पाकिस्तान के नये प्रधानंत्री इमरान खान से मुलाकात करेंगे. अमेरिका ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर खान के शपथ लिये जाने का स्वागत करते हुए कहा था कि देश और क्षेत्र में शांति तथा समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए वह इस्लामाबाद के साथ काम करने का इच्छुक है.

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