इमरान खान के प्रधानमंत्री बनते ही इस दिग्गज ने खोला 32 साल पुराना गहरा राज

क्रिकेट से राजनीति की पिच पर उतरे इमरान खान अब पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बन चुके हैं। शपथग्रहण समारोह में उन्होंने अपने दौर के साथी क्रिकेटर्स को भी न्यौता भिजवाया। मगर भारत से नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा कोई और उस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका।बहरहाल इस मौके पर भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इमरान खान से जुड़ा एक अहम खुलासा किया है। यह किस्सा है गावस्कर के संन्यास से जुड़ा।

अपने पुराने दोस्त को याद करते हुए लिटिल मास्टर ने कहा कि जब वह संन्यास लेने की योजना बना रहे थे तो इमरान ने उन्हें ऐसा करने से रोका था। साथ-साथ उन्हें घर घुसकर हराने का चैलेंज भी दे डाला था।

दरअसल, 1986 में भारत के इंग्लैंड दौरे के बाद गावस्कर संन्यास लेने की योजना बना रहे थे। गावस्कर ने बताया कि, ‘हम लंदन के एक इटालियन रेस्तरां में बैठे लंच कर रहे थे। उस दौरान मैंने सोचा कि अगर दौरे की घोषणा आखिरी टेस्ट से पहले नहीं हुई तो मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर दूंगा।’

इमरान खान को जैसे ही पता लगा कि गावस्कर संन्यास की योजना बना रहे हैं तो उन्होंने गावस्कर से कहा, ‘अभी आप रिटायर नहीं हो सकते। पाकिस्तान अगले साल भारत आ रहा है और मैं भारत को भारत में हराना चाहता हूं। अगर आप उस टीम का हिस्सा नहीं होंगे तो इसमें वह मजा नहीं आएगा। चलो एक आखिरी बार एक-दूसरे का सामना करें।’

आखिरकार कुछ दिनों में ही दौरे की घोषणा हो गई। पाकिस्तान ने सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच जीता। इससे पहले के सभी मैच ड्रॉ रहे थे। इसके साथ ही पाकिस्तान ने पहली बार भारत में टेस्ट सीरीज भी अपने नाम की। हालांकि पाकिस्तान सीरीज के बाद सनी ने संन्यास की घोषणा नहीं की। वह कुछ समय बाद लॉर्ड्स में होने वाले MCC के 200 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में होने वाले टेस्ट मैच में खेलना चाहते था।

जब मैच के लिए टीम की घोषणा हुई तो उसमें कपिल देव, दिलीप वेंगसरकर, इमरान खान और जावेद मियांदाद थे। इस मुकाबले में सुनील गावस्कर और इमरान खान के बीच 182 रनों की साझेदारी हुई।

अब जब इमरान खान पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम के रूप में शपथ लेने वाले हैं तो ऐसे में उम्मीद लगाई जा सकती है कि दोनो पड़ोसी मुल्कों के बीच संबंध पहले से बेहतर होंगे।

Back to top button