डेरा भक्तों को नपुंसक बनाने वाले डॉक्टर के पर ठिकानों पर पड़े छापे

तीन दिन पहले डेरा सच्चा सौदा हेडक्वार्टर सिरसा से गिरफ्तार किए गए सैंकड़ो डेरा प्रेमियों को नपुंसक बनाने के आरोपी डॉक्टर एमपी सिंह उर्फ महेंद्र इंसान की निशानदेही पर हरियाणा पुलिस ने फरार चल रही डेरा की चेयरपर्सन विपश्यना इंसान के कई ठिकानों पर छापेमारी की है. विपश्यना पिछले कई दिनों से फरार चल रही है.

विपासना इंसान के खिलाफ पंचकूला पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं. उस पर पर पुलिस को गुमराह करने और 17 अगस्त 2017 की विवादित बैठक में भाग लेने का आरोप है. पंचकूला पुलिस ने विपासना इंसान को जांच में शामिल होने के लिए चार बार समन भेजे थे, लेकिन वह सिर्फ एक बार ही पूछताछ के लिए हाजिर हुई थी.

इसके बाद उसने बीमारी का बहाना बनाकर पुलिस को गुमराह करती रही. वहीं, करीब 300 डेरा उपासकों को नपुंसक बनाने के आरोपी डॉक्टर एम पी सिंह से पूछताछ की जारी है. पुलिस उसे मंगलवार को लेकर डेरा सच्चा सौदा के अस्पताल में गई और छानबीन की. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कई सबूत मिले हैं.

हरियाणा के रानियां हरिद्वार और रामपुर खेड़ी में सिरसा पुलिस की एसआईटी ने दबिश दी और फरार चल रहे डेरा प्रवक्ता आदित्य इंसान सहित चार आरोपियों के पोस्टर भी इन जगहों पर चिपकाए. यह सभी आरोपी पिछले चार महीने से फरार चल रहे हैं. इन सभी के खिलाफ पंचकूला के थाने में देशद्रोह और आपराधिक षड्यंत्र रचने का मामला दर्ज है.

बताते चलें कि राम रहीम के पूर्व ड्राइवर खट्टा सिंह ने खुलासा किया था कि राम रहीम के आश्रम में महिलाओं का सिर्फ यौन शोषण ही नहीं बल्कि साधुओं को नपुंसक बनाया जाता है. डेरा सच्चा सौदा में साधु रहे हंसराज चौहान ने 17 जुलाई 2012 को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर राम रहीम पर 400 साधुओं को नपुंसक बनाए जाने का आरोप लगाया था.

उन्होंने कहा कि डेरा प्रमुख के इशारे पर डेरा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम साधुओं को नपुंसक बनाती हैं. उन्होंने 166 साधुओं का नाम भी बताया था. हंसराज ने कहा था कि राम रहीम के आश्रम में प्रार्थना के बाद नशे का कैप्सूल दिया जाता था. इसके बाद उसके साथ क्या होता, उसे भी मालूम नहीं होता था. अब खुद आरोपी डॉक्टर अपनी करतूत का पर्दाफाश करेगा.

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