अगर आयकर के नाम पर मांगी जाएं ई-मेल में ये जानकारियां तो हो जाएं सावधान, नही तो हो सकता है भारी नुकसान

31 मार्च तक आयकर रिटर्न भरने के साथ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना 2016 और इनकम डिस्क्लोजर स्कीम 2016 में 25 फीसदी टैक्स, सरचार्ज, पेनाल्टी की दूसरी किश्त भरने की आखिरी तारीख है। 

अगर आयकर के नाम पर मांगी जाएं ई-मेल में ये जानकारियां तो हो जाएं सावधान, नही तो हो सकता है भारी नुकसान लेकिन आयकर के नाम पर कई फर्जी ई-मेल भेजे जा रहे हैं, जिनमें पासवर्ड, पिन नंबर, बैंक एकाउंट नंबर की जानकारी मांगी जा रही है।

ऐसी शिकायतें पहुंचने पर आयकर विभाग ने करदाताओं को सावधान किया है कि इस तरह की कोई ई-मेल विभाग नहीं भेजता, जिसमें कोई ब्योरा मांगा गया हो। ऐसे में वह सावधान रहें और ई-मेल का जवाब न दें। 

वाणिज्य कर विभाग ने दिसंबर तक लक्ष्य से महज 84.8 फीसदी राजस्व ही वसूला है। मुख्य सचिव की नाराजगी के बाद वाणिज्य कर कमिश्नर कामिनी चौहान रतन ने सभी जोनल एडीशनल कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि दिसंबर 2017 तक रिटर्न दाखिल न करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करें। 

डिप्टी कमिश्नर स्तर तक के वाद 15 फरवरी तक और असिस्टेंट कमिश्नर स्तर तक के वाद 28 फरवरी तक निस्तारित हो जाएं। सचल दलों द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों की जांच कराई जाए और एसआईबी की कार्रवाई तेज की जाए। 

वाणिज्य कर विभाग अपने स्थापना दिवस पर 26 फरवरी को सुबह 10 बजे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रतिज्ञा दिलाएगा और व्यापारियों को भी टैक्स भरने को प्रोत्साहित करेगा। व्यापारियों के लिए भरो कर, रहो निडर: राजस्व में जीएसटी की भूमिका विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 

यह न करें

– ऐसे ई-मेल का जवाब न दें
– ई-मेल में अटैचमेंट न खोलें
– भेजे लिंक को क्लिक न करें
– पिन नंबर, पासवर्ड शेयर न करें
– लिंक कॉपी या पेस्ट न करें
– एंटी वायरस, एंटी स्पाईवेयर उपयोग करें

यहां करें शिकायत
phishing@incometax.gov.in और incident@cert-in.org.in पर ई-मेल भेजकर फर्जी मेल की शिकायत कर सकते हैं। 

 
 
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