विश्वभर में तेजी से बढ़ रही टी-10 और टी-20 लीग पर ICC कसेगी शिकंजा

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की मंगलवार से शुरू हो रही सिलसिलेवार बैठकों में दुनिया भर में तेजी से बढ़ती जा रही टी-10 और टी-20 लीग पर शिकंजा कसने पर चर्चा की जाएगी।  

आईसीसी के कई सदस्यों ने आईपीएल की सफलता को देखते हुए अपनी अपनी टी-20 लीग शुरू कर दी हैं। अफगानिस्तान ने अपनी टी-20 लीग यूएई में कराने का फैसला किया है। टी-20 प्रारूप की बढ़ती लोकप्रियता के बाद आईसीसी को अब टी-10 लीग पर भी नजर रखनी होगी, जिसे पिछले साल मंजूरी दी गई। 

बैठक से पहले आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक ज्योफ एलार्डिस ने स्वीकार किया कि इस तरह की लीग की तादाद बढ़ना जोखिमभरा है। उन्होंने कहा,’हम बैठक में टूर्नामेंटों के नियमों और प्रतिबंधों और लीग के लिए खिलाड़ियों को छोड़ने जैसे मुद्दों पर बात करेंगे। इसके अलावा लीग में मालिकाना ढांचा कैसा होगा और वित्तपोषण का स्रोत क्या होगा, जैसे मसलों पर भी बात की जाएगी।’ 

अलार्डिस ने कहा कि टी-20 लीग को आईसीसी से मान्यता मिलना अब कठिन होगा। हर किसी के लिए हमारे दरवाजे खुले नहीं होंगे। भविष्य में मान्यता मिलना कठिन होगा और किसी भी टूर्नामेंट को घरेलू बोर्ड और आईसीसी दोनों से मान्यता लेनी होगी। पांच दिन तक चलने वाली बैठक में 2019 विश्व कप के बाद होने वाली पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बारे में भी चर्चा होगी। 

पहली बार इंदिरा भी करेंगी शिरकत : आईसीसी की पहली स्वतंत्र महिला निदेशक के रूप में पेप्सीको की पूर्व सीईओ इंदिरा नूयी पहली बार बैठक में भाग लेगी ।भारत का प्रतिनिधित्व कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी करेंगे। यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे सीईओ राहुल जौहरी को अपना नाम वापिस लेना पड़ा है।

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