IAS- IPS एसोसिएशन के बीच जंग जारी, असीम अरुण ने लिखा लेटर- बराबरी का हक मिले
लखनऊ. यूपी में IAS-IPS एसोसिएशन के बीच चल रही खींचतान गुरुवार को एक नए मोड़ पर पहुंच गई। आईपीएस एसोसिएशन के सचिव असीम अरुण ने आईएएस असोसिएशन के सचिव आलोक कुमार को पत्र लिखकर बराबरी का हक देने को कहा है। इसके साथ ही दोनों ही कैडर के अधिकारियों से सामंतशाही मानसिकता को खत्म करते हुए सुशासन की तरफ बढ़ने की अपील की है। असीम अरुण ने दिया ये सुझाव…
– असीम अरुण ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, “इस आदेश से ये पता लगता है, IAS- IPS अफसरों में रस्साकशी है, लेकिन ऐसा है नहीं। उन्होंने ये सुझाव दिया कि न्याय प्रक्रिया से जुड़े विभागों की मंथली मीटिंग में डीएम और एसएसपी/एसपी की सहअध्यक्षता में की जाए।
ये सब बेकार की बातें है
-असीम अरुण ने चिट्ठी में लिखा है, “हम जानते हैं कि लोगों की काफी एनर्जी इन चीजों में बेकार होती है कि कौन ऊंची कुर्सी पर बैठा, किसकी गाड़ी पहले निकली। ये सब बेकार की बातें हैं।
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पूर्व आईएएस ने आईपीएस के विरोध को बताया गलत
-पूर्व आईएएस अधिकारी सत्यनारायण शुक्ला ने कानून-व्यवस्था के इवैल्युएशन और निरीक्षण के लिए जारी सरकारी आदेश पर आईपीएस एसोसिएशन के विरोध को गलत बताया। उन्होंने कहा, “यह विरोध न सिर्फ पुलिस एक्ट और पुलिस रेग्युलेशन के नियमों के खिलाफ है, बल्कि दोनों सेवाओं के अधिकारियों के बीच सौहार्द को बिगाड़ने वाला है।”
-“इसका सीधा असर यूपी के लॉ एंड ऑर्डर पर पड़ेगा। जिसका रिजल्ट प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा।” पूर्व आईएएस ने इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को प्रमुख सचिव राज्यपाल और सीएम के प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है।