पति ने पत्नी के प्रेमी को दी खौफनाक मौत, शव की पहचान तक हो गई थी मुश्किल

नई दिल्ली: बिहार के दरभंगा में युवक का अधजला शव मिलने के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. जानकारी के मुताबिक, मृतक युवक अमन की पहले हत्या की गई थी, जिसके बाद सबूत मिटाने के लिए उसे जला दिया गया था. लेकिन एक फोन और उसके कॉल रिकॉर्ड से पुलिस ने सच ढूंढ निकाला और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरी वारदात को प्रमुख आरोपी की पत्नी के साथ अमन के अवैध संबंधों के कारण अंजाम दिया गया था.

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आरोपी की पत्नी से था अमन का अफेयर
पुलिस के अनुसार, अमन दरभंगा में रहकर पढ़ाई करता था, इस दौरान एक लड़की से उसकी पहचान हुई और दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे. लेकिन लड़की की शादी जितेंद्र सिंह उर्फ आजाद नामक युवक से कर दी गई. शादी के बाद भी अमन और युवती में बातचीत जारी रही. उनके बीच रिश्ते शारीरिक संबंध तक पहुंच गए. करीब नौ महीने पहले आजाद को इस बारे में पता चल गया और उसने अमन से बदला लेने की ठानी.

बदला लेने के लिए ली दोस्तों की मदद
अपनी पत्नी की बेवफाई और अमन से बदला लेने की बात आजाद ने अपने दोस्तों सुनील कुमार और बलराम सिंह को बताई. इसके बाद अमन की हत्या की साजिश रचि गई. सुनील ने सबसे पहले फेसबुक पर अमन से दोस्ती की. बातचीत के दौरान दोनों की दोस्ती बढ़ती गई. अमन सुनील पर भरोसा करने लगा. आजाद ने अपने दोस्तों सुनील और बलराम को मुंबई से दरभंगा बुला लिया.

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ऐसे दिया वारदात को अंजाम
दरभंगा पहुंचने पर आजाद ने सुनील ने अमन को बुलाने के लिए कहा. आजाद ने सुनील को किराए की गाड़ी उपलब्ध करवाई, ताकि वो अमन को घुमा सके. इससे अमन को वारदात की जगह तक ले जाना आसान हो जाता. जब सबकुछ प्लान के मुताबिक होने लगा तो सही समय देखते हुए आजाद ने सुनील को अमन को घटनास्थल लाने के लिए कहा.

आजाद खुद बाइक से वहां पहुंचा. उसका दोस्त बलराम भी प्लान के मुताबिक मौके पर पहुंचा. आरोपियों ने अमन को खूब शराब पिलाई. नशे में धुत हो चुके अमन को आरोपी बलराम ने नशे का इंजेक्शन लगा दिया. इसके बाद सुनील ने उसके सीने पर बंदूक तानते हुए गोली चला दी. लेकिन गोली बंदूक में ही अटक गई. इस पर आजाद रस्सी लेकर आया और अमन का गला घोंट दिया. इसके बाद उसने मिट्टी का तेल डालकर अमन को आग लगा दी.

आरोपियों ने अमन के शव के पास एक फर्जी सुसाइड लेटर भी छोड़ा जिसमें उन्होंने प्यार पूरा नहीं होने पर किसी लड़की की वजह से आत्महत्या करने की बात लिखी. पुलिस को जब 12 फरवरी को शव मिला तो उसकी पहचान करना मुश्किल हो गया.

एक मोबाइल से साजिश आई सामने
जांच करते हुए पुलिस सुनील तक पहुंची. पूछताछ में उसने उन्हें गुमराह करने की कोशिश की. लेकिन जब उसका मोबाइल रिकॉर्ड निकाला गया तो उसमें अमन के साथ ही उन्हें आजाद का नंबर भी दिखा. इस आधार पर पुलिस ने आजाद को भी हिरासत में ले लिया और जब उसका मोबाइल रिकॉर्ड खंगाला गया तो उसकी लोकेशन घटनास्थल की मिली. पुलिस ने जब सबूतों के आधार पर आरोपियों से कड़ी पूछताछ की तो वे टूट गए और उन्होंने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.

 
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