यहाँ पूरा गांव बसा है समुन्दर पर, तैरते हैं घर

कहावत है कि आवश्यकता अविष्कार की जननी है. जब इंसान को किसी चीज़ की कमी महसूस होती है तो वह उसकी पूर्ति करने का विकल्प खोज ही लेता है. प्राणी जगत में इंसान और डॉल्फिन ऐसे दो जीव हैं जो कि अपनी आवश्यताओं को समझते हैं. इंसान धरातल पर रहता है और दिन व दिन धरती पर जन संख्या वृद्धि हो रही है. ऐसे में इंसान को रहने के लिए उचित जगह मिल पाना मुश्किल हो गया है. अब इंसान ने धरती को छोड़कर पानी पर भी कब्ज़ा करना शुरू कर दिया है. आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जहाँ के लोग जमीन को छोड़ समुन्दर के ऊपर तैरते हुए घर बनकर रहते हैं. यहाँ पूरा गांव बसा है समुन्दर पर, तैरते हैं घर

हम बात कर रहे हैं दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाले मुल्क चीन की. जहां के निंगडे शहर में लोग समुन्दर पर घर बनकर रहते हैं. जानकर हैरानी होगी इस शहर की पूरी एक बस्ती समुन्दर पर घर बनकर रहती है.इनके घर समुन्दर पर तैरते रहते है. समुद्र पर बसा ये दुनिया का एक मात्र गांव है.  जानकारी के मुताबिक यह गाँव लगभग 1300 वर्ष पुराना और यहां की आबादी करीब 8500 है. दरअसल ये लोग मछुआरे है जिन्हें टांका कहते हैं.

इन टांका जनजाति के लोगों के बारे में कहा जाता है कि शासकों के अत्याचारों से त्रस्त होकर इस समुदाय के लोग समुद्र किनारे आकर बस गए थे. ये जमीन पर कदम भी नहीं रखते है. इसके अलावा ये जमीन पर रहने वाले लोगों से नफरत करते हैं और उन्हें अपने पास नहीं आने देते हैं. इन लोगों की आजीविका समुद्री जीवों से चलती है. चीन में यह बस्ती फुजियान राज्य में दक्षिण पूर्व की निंगडे सिटी के पास समुद्र में स्थित हैं. जिसे जिप्सीज ऑफ द सी नाम से जाना जाता है.

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