सेहत से खिलवाड़ ,नकली घी बनाने का करोबार

कहीं आप नकली घी तो नहीं खा रहे ? जानने के लिए पड़े पूरी खबर …

जैसा की आपने सुना ही होगा ये गाना के “कौन कहता है मुँह काला है झूठ का , अरे ये सच है सच बोल बाला है झूठ का ” बिलकुल इसी तरह आजकल बाजार में नकली घी का बोलबाला है।धड़ल्ले से बाजार में बिक रहा है ये जान-लेवा घी। इस घी की खास बात यह है की ,कोई भी इस नकली घी और असली घी में अंतर नहीं बता पायेगा।घी नहीं जहर खा रहे हैं: 100 ग्राम परफ्यूम से तैयार होता है 30 किलो माल, 90 रुपये आता है खर्च, 650 में है बिकता

असली के नाम पर नकली घी बना रहे व्यापारी को पूछताछ के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया है। आरोपी ने चार दिन के रिमांड के दौरान जो खुलासा किया है वह देशी घी के नाम पर ब्रांड पर भरोसा कर रहे लोगों को चौकाने के लिए काफी है। आरोपी ने पुलिस के सामने नकली माल को देशी घी की तरह तैयार करके दिखाया।

आरोपी द्वारा तैयार किया गया नकली रसायन खुशबू के मामले में असली देशी घी को भी मात दे रहा था। यही खुशबू है जिससे लोग असली और नकली की पहचान नहीं कर पाते। आरोपी ने बताया नकली घी तैयार करने में मात्र 100 ग्राम परफ्यूम से 30 लीटर नकली देशी घी तैयार किया जा सकता है। बाजार में इसे वह आसानी से 650 रुपये किलो तक बेच रहा था।

क्राइम ब्रांच सेक्टर 30 टीम ने पल्ला थाना इलाके से नकली घी बनाने की फैक्टरी पकड़ी थी। मौके से संचालक बलदेव गोयल को गिरफ्तार कर चार दिन के रिमांड पर लिया गया। इस दौरान बलदेल ने बताया वह दिल्ली से अलग-अलग ब्रांड की पैकिंग खरीद कर लाता है। यहां से ही वह नकली को असली जैसा बनाने वाली खुशबू से भरा स्प्रे (परफ्यूम) भी लाता है। सारा खेल इस खुशबू का ही है। 

नकली देशी घी बनाने के दौरान 15 लीटर रिफाइंड, 15 लीटर वनस्पति घी को गर्म करके आपस में मिला लिया जाता है। गर्म करने के दौरान ही करीब 100 ग्राम खुशबू को मिला दिया जाता है, ठंडा होने के बाद देशी घी तैयार। इसे अलग अलग ब्रांड की पैकिंग में पैक करने के बाद आसानी से बाजार में बेच दिया जाता है।

यू ट्यूब से सीखा था नकली घी बनाना
आरोपी ने पुलिस को बताया उसने यू ट्यूब पर नकली घी बनाना सीखा था। पहले घर पर ही कम मात्रा में तैयार कर कुछ लोगों को खिलाया। मामला पकड़ में न आने पर इसे बड़े स्तर पर शुरू कर दिया। आरोपी का दावा है कि नकली घी में डाली जाने वाली कृत्रिम खुशबू की चार साल तक भी नहीं जाती।

आरोपी पिछले करीब नौ माह से सूर्या कॉलोनी स्थित सेहतपुर के गली नंबर-8 में फैक्टरी चला रहा था। पुलिस को रेड के दौरान मौके से मधुसूदन, आनंदा व पतंजली सहित कई नामी कंपनियों के ब्रांड के तैयार व खाली पैकेट मिले थे। 

आरोपी इन्हें असली बताकर बाजार में खुलेआम बेच रहा था। जांच में सामने आया आरोपी ने अपना नेटवर्क दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, राजस्थान, गुरुग्राम, पलवल, सोनीपत तक फैला रखा था। पुलिस केस से जुडे अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।

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