हार्दिक पांड्या के ट्वीट विवाद में आया नया ट्विस्ट, बोला- क्रिकेटर को फंसाने की गई है साजिश

राजस्थान कोर्ट ने बुधवार को जोधपुर पुलिस को टीम इंडिया के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। पांड्या पर आरोप था कि उन्होंने डॉक्टर भीम राव आंबेडकर के संबंध में आपत्तिजनक ट्वीट किया था। अब यह खुलासा हुआ है कि वह ट्वीट क्रिकेटर के आधिकारिक अकाउंट से नहीं किया गया था।हार्दिक पांड्या के ट्वीट विवाद में आया नया ट्विस्ट, बोला- क्रिकेटर को फंसाने की गई है साजिश

 

ट्वीट में आंबेडकर की आलोचना की गई थी। यह ट्वीट @sirhardik3777 से किया गया जबकि पांड्या का आधिकारिक ट्विटर हैंडल @hardikpandya7 है। हालांकि, फेक अकाउंट फिलहाल डीएक्टिवेट या डिलीट कर दिया गया है।

याचिकाकर्ता डी आर मेघवाल के मुताबिक पांड्या ने 26 दिसंबर 2017 को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक कमेंट किया था, जिसमें आंबेडकर का अपमान किया और उनके समुदाय के लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाई।

पांड्या ने अपने ट्विटर टाइमलाइन पर पोस्ट किया, ‘कौन आंबेडकर??? वही क्या जिसने दोगला कानून और संविधान बनाया या वो जिसने आरक्षण नाम की बीमारी देश में फैलाई।’ 

इससे अपमानित महसूस करने वाले मेघवाल ने क्रिकेटर के खिलाफ मंगलवार को याचिका दर्ज की। राजस्थान के जालौर जिला में राष्ट्रीय भीम सेना के सदस्य होने का दावा करने वाले मेघवाल ने अपनी शिकायत में कहा कि मशहूर क्रिकेटर पांड्या ने न सिर्फ संविधान और संविधान के निर्माता बल्कि उनके समुदाय के लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई। 

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