चुनाव प्रचार के बहाने हाफिज सईद ने कहा- कश्मीर में और भड़काओ हिंसा

पाकिस्तान के चुनावी रण में हाथ आजमा रहा मुंबई आतंकी हमले का गुनहगार हाफिज सईद प्रचार में जुटा हुआ है. चुनाव प्रचार के नाम पर भी आतंकी सईद अपने नापाक मंसूबों को फैला रहा है. इसके लिए उसने सोशल मीडिया को भी हथियार बनाना शुरू कर दिया है.  चुनाव प्रचार के बहाने हाफिज सईद ने कहा- कश्मीर में और भड़काओ हिंसा

लाहौर में 23-24 जून को हाफिज सईद ने अपने संगठन जमात-उद दावा की राजनीतिक पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग का सोशल मीडिया कंवेन्शन कराया. इस दो दिवसीय वर्कशॉप के जरिए एक बार फिर हाफिज सईद ने भारत के खिलाफ युवाओं को बरगलाया.

बता दें कि हाफिज सईद ने चुनाव लड़ने के मकसद से मिल्ली मुस्लिम लीग का गठन किया था. लेकिन उसे राजनीतिक पार्टी के तौर पर रजिस्टर्ड नहीं किया गया. इसके बाद आतंक फैलाने वाले हाफिज सईद ने अल्लाह-हू-अकबर पार्टी के नाम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है.

पाकिस्तान में 25 जुलाई को आम चुनाव होने हैं. पाकिस्तान नेशनल असेंबली की कुल 272 सीटें हैं, जिनमें 202 सीटों पर हाफिज सईद अपने उम्मीदवार उतार रहा है. हालांकि, उसने खुद चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है लेकिन उसका बेटा तल्हा सईद और दामाद चुनाव लड़ रहा है. 202 में से 50 उम्मीदवार नेशनल असेंबली के लिए खड़े हैं, जबकि 152 उम्मीदवार प्रांतीय सदन के लिए चुनाव लड़ रहे हैं.

हाफिज के संगठन जमात-उद-दावा को जून 2014 में अमेरिका ने विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था. वहीं, अमेरिका ने आतंकवादी संगठनों की जो लिस्ट जारी की उसमें मिली मुस्लिम लीग और तहरीक-ए-आजादी-ए-कश्मीर को लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन बताया गया है. हाफिज सईद को ग्लोबल आतंकवादी करार दिया गया है.
इस दौरान वह खुलेआम कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए अपने समर्थकों को उकसा रहा है। लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए हाफिज ने कहा, ‘एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है और अल्लाह की मर्जी से कश्मीर एक स्वतंत्र राज्य होगा, कश्मीर में खूब खूनखराबा हो रहा है और अल्लाह इसे देख रहा है। वह अपना फैसला सुनाएगा क्योंकि सारे फैसले जन्नत से आते हैं, वॉशिंगटन से नहीं। जन्नत से आने वाले फैसले से कश्मीर मुक्त हो जाएगा।’ 

बता दें कि कश्मीर घाटी में अधिकांश हमलों के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ होता है। इतना ही नहीं यह संगठन स्थानीय युवाओं को सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी के लिए भी उकसाता है। पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की प्रॉक्सी के रूप में काम करते हुए सईद कश्मीरी आतंकियों और पत्थरबाजों की तारीफ का एक मौका नहीं छोड़ता। 

सईद ने कहा, ‘मुझे याद है जिन्होंने अपनी जान गंवाई और जिन्होंने भारतीय सेना की बुलेट के खिलाफ पत्थर इस्तेमाल किए। अल्लाह देख रहा है। यहां तक कि जब वे मर जाते हैं तो भी पाकिस्तान और कश्मीर की एकता की बात करते हैं। यह कश्मीर का नया युग है और यह मोदी (भारतीय प्रधानमंत्री) इसे रोक नहीं पाएगा। क्योंकि हर फैसला जन्नत से आता है।’ 

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