H-1B वीजा धारकों को ट्रंप का वादा, प्रतिभाशाली लोगों के लिए जल्द होगा बदलाव
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच1-बी वीजा में बदलाव करने का वादा किया है, जिसमें यह वीजा रखने वाले विदेशियों को अमेरिकी नागरिकता देने संबंधी एक संभावित मार्ग बनाना भी शामिल है। एच1-बी वीजा अस्थायी रूप से उच्च शिक्षित प्रवासियों को जारी किए गए हैं जो तकनीक या चिकित्सा जैसे विशेष व्यवसायों में काम करते हैं।
ट्रंप ने शुक्रवार को एक ट्विटर पोस्ट में कहा, अमेरिका में एच1-बी वीजाधारक आश्वस्त हो सकते हैं कि बदलाव जल्द ही होने वाले हैं। यह आपके प्रवास को आसानी और निश्चितता दोनों प्रदान करेगा। इसमें नागरिकता के लिए संभावित मार्ग भी शामिल होगा। ट्रंप ने कई मौकों पर कहा है कि वह एक ऐसी आव्रजन प्रणाली चाहते थे जो शिक्षित या उच्च कुशल लोगों के पक्ष में हो। व्हाइट हाउस ने तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की कि ट्रंप किस तरह के बदलावों पर विचार कर रहे हैं।
रिपब्लिकन राष्ट्रपति ने यह वादा ऐसे समय किया है जब अमेरिकी कांग्रेस में उनके और डेमोक्रेट सांसदों के बीच संघीय सरकार को कोष देने के मुद्दे पर गतिरोध कायम है। इस बीच ट्रंप ने एक विधेयक पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि जब तक सरकार को मैक्सिको से लगती सीमा पर दीवार बनाने के लिए 5.6 अरब डॉलर नहीं मिल जाता तब तक वे विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। वह अवैध आव्रजन रोकने के लिए यह दीवार बनाना चाहते हैं। डेमोक्रेट इस योजना को महंगा, अप्रभावी और अनैतिक बता रहे हैं। इस विवाद के कारण अमेरिकी सरकार का कामकाज 21 दिन से आंशिक रूप से बंद है।
ट्रंप आम तौर पर बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों और शरणार्थियों की आलोचना करते रहे हैं। वह मैक्सिको के रास्ते अमेरिका में घुसने वाले ऐसे लोगों को अपराधी और आतंकी कहने से भी नहीं हिचके। लेकिन उन्होंने एच1-बी वीजा के लिए आवेदन करने वालों की अक्सर प्रशंसा की है। इस वीजा के लिए आवेदन करने वालों को स्नातक या उच्चतर डिग्री की आवश्यकता होती है।
गौरतलब है कि अस्थायी वीजा के लिए प्रतिस्पर्धा काफी कठिन है। आंतरिक सुरक्षा विभाग के अनुसार, साल 2018 में, अप्रैल के पहले सप्ताह में ही अमेरिका जारी किए जाने वाले एच1-बी वीजा की सीमा 65,000 पर पहुंच गया था। एच1-बी वीजा भारतीय पेशेवरों के बीच काफी लोकप्रिय है।