राहुल उवाच : GST सरकार के प्रचार का तमाशा

नई दिल्ली. राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि #GST (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) पर अमल का तरीका एक तमाशा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस रिफॉर्म को आधे-अधूरे तरीके से खुद के प्रचार के तौर पर लागू कर रही है। बता दें कि देशभर में जीएसटी पर 1 जुलाई से अमल होने जा रहा है। आज आधी रात को पार्लियामेंट के ज्वाइंट सेशन में इसे लागू किया जाएगा।

GST

 विदेश में छुट्टी मना रहे हैं राहुल गांधी

– न्यूज एजेंसी के मुताबिक राहुल इन दिनों विदेश में छुट्टी मना रहे हैं। उन्होंने ट्विटर के जरिये सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “एक ऐसा रिफॉर्म जिसमें बहुत ज्यादा क्षमता है, उसे आधे-अधूरे तरीकों से और खुद के प्रचार के तमाशे के तौर पर लागू किया जा रहा है।”
– राहुल ने एक दूसरे ट्वीट में यह भी कहा, “एक नाकाबिल और असंवेदनशील सरकार नोटबंदी की तरह ही जीएसटी को भी बिना किसी योजना, दूरदर्शिता और संस्थागत तैयारी के लागू कर रही है।”

क्या है GST?

– GST का मतलब गुड्स एंड सर्विसेज टैक्‍स है। इसको केंद्र और राज्‍यों के 17 से ज्‍यादा इनडायरेक्‍ट टैक्‍स के बदले में लागू किया जा रहा है। ये ऐसा टैक्‍स है, जो देशभर में किसी भी गुड्स या सर्विसेज की मैन्‍युफैक्‍चरिंग, बिक्री और इस्‍तेमाल पर लागू होगा।
– इससे एक्‍साइज ड्यूटी, सेंट्रल सेल्स टैक्स (सीएसटी), स्टेट के सेल्स टैक्स यानी वैट, एंट्री टैक्स, लॉटरी टैक्स, स्टैंप ड्यूटी, टेलिकॉम लाइसेंस फीस, टर्नओवर टैक्स, बिजली के इस्तेमाल या बिक्री और गुड्स के ट्रांसपोर्टेशन पर लगने वाले टैक्स खत्म हो जाएंगे।
– सरल शब्‍दों में कहें तो जीएसटी पूरे देश के लिए इनडायरेक्‍ट टैक्‍स है, जो भारत को एक समान बाजार बनाएगा। जीएसटी लागू होने पर सभी राज्यों में करीब सभी गुड्स एक ही कीमत पर मिलेंगे। अभी एक ही चीज के लिए दो राज्यों में अलग-अलग कीमत चुकानी पड़ती है। इसकी वजह अलग-अलग राज्यों में लगने वाले टैक्स हैं। इसके लागू होने के बाद देश बहुत हद तक सिंगल मार्केट बन जाएगा।
क्या होगा फायदा?
– इसके लागू होने से आम लोगों को फायदा होगा। अभी हम अलग-अलग सामान पर 30 से 35% टैक्स देते हैं। जीएसटी में कम टैक्स लगेगा। सभी राज्यों में सभी सामान एक कीमत पर मिलेंगे। अभी एक ही चीज अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग दाम पर बिकती है, क्योंकि राज्य अपने हिसाब से टैक्स लगाते हैं।
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