मंगल पर NASA को मिली बड़ी सफलता, चट्टानों पर खुदाई कर इकठ्ठा किए सैंपल
पिछले सप्ताह के अंत में क्यूरियोसिटी से ‘दुलुथ’ नामक एक पत्थर में की जांच कर उसमें दो इंच तक ड्रिल किया। अमेरिका में नासा की जेट प्रोपल्सन लेबोरेटरी (जेपीएल) इस ड्रिलिंग तकनीक का परीक्षण कर रही है क्योंकि इस मशीनी समस्या के कारण दिसंबर 2016 में क्यूरियोसिटी के ड्रिल ऑफलाइन हो गई थी।
फीड एक्सटेंडेड ड्रिलिंग नामक इस तकनीक को ड्रिल के बिट को पिछले दो स्टेबिलाइजर की स्थिति से बाहर रखा गया है जो मूल रूप से मार्टियन चट्टानों की स्थिति को स्थिर रखने के लिए उपयोग किए जाते थे।
जेपीएल में क्यूरियोसिटी उप परियोजना प्रबंधक स्टीव ली ने कहा, टीम ने एक नई ड्रिलिंग तकनीक तैयार करने और इसे किसी अन्य ग्रह पर लागू करने के लिए बहुत ही सरलता का उपयोग किया है।
टॉम ग्रीन ने कहा, ‘हम एक साल से अधिक समय से इस नई ड्रिलिंग तकनीक को विकसित कर रहे हैं, लेकिन मंगल ग्रह पर नमूना एकत्र करने के बाद हमारा काम नहीं हो पाता था। लेकिन नई तकनीक की मदद से हमें नए परीक्षणों की जांच करने में मदद मिली है।’