सोने और चांदी की कीमतों में आई भारी उछाल, जानिए कितनी हुई कीमत

पिछले सत्र में राहत मिलने के बाद भारतीय बाजारों में आज सोने और चांदी की कीमतों में तेजी आई। एमसीएक्स पर अक्तूबर का सोना वायदा 0.83 फीसदी बढ़कर 53,216 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। जबकि चांदी वायदा 1.4 फीसदी यानी 865 रुपये बढ़कर 63,535 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। वैश्विक बाजारों में तेजी के कारण इस सप्ताह सोने की कीमत नई ऊंचाई पर पहुंची। पिछले सत्र में, चांदी 4 फीसदी यानी 2,762 रुपये प्रति किलोग्राम कम हुई, जबकि सोने का दाम 0.4 फीसदी कम हुआ।

वैश्विक बाजारों में इतना रहा दाम
वैश्विक बाजारों में आज सोने की कीमतें स्थिर रही। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते पीली धातु की मांग को समर्थन मिला है। हाजिर सोना 1,958.99 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर था जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.5 फीसदी बढ़कर 1,953 डॉलर हो गया। वैश्विक बाजारों में इस महीने अब तक सोना 10 फीसदी ऊपर है। यह आंकड़ा पिछले चार सालों में सबसे बड़ा है।
अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने देरी होने की संभावना जताई, जिसके बाद अमेरिकी डॉलर अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले दो साल के निचले स्तर पर रहा। डॉलर में कमजोरी अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को सस्ता बनाता है।

अन्य कीमती धातुओं में, चांदी 0.7 फीसदी फिसलकर 23.39 डॉलर प्रति औंस पर आ गई, जबकि प्लैटिनम 0.2 फीसदी फिसलकर 901.27 डॉलर हो गया।

इन कारकों से प्रभावित हुआ दाम
इस संदर्भ में जियोजिट फाइनेंशियल सर्विस के हेड कमोडिटी रिसर्च हरीश ने कहा कि, ‘कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते मामले और कमजोर अमेरिकी डॉलर के बीच सुरक्षित संपत्तियों की मांग बढ़ी है, जिसके कारण सोने में तेजी का रुख बरकरार रहेगा। साथ ही केंद्रीय बैंकों द्वारा नीति में ढील की संभावना से भी पीली धातु की धारणाओं को बल मिला है।’

इस साल 28 फीसदी बढ़ी कीमत 
गुरुवार को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अप्रैल-जून तिमाही में 33 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है। इस साल सोने की कीमत 28 फीसदी बढ़ी है। राजनीतिक और वित्तीय अनिश्चितता के समय में सोना एक सुरक्षित विकल्प के रूप में देखा जाता है। दुनिया भर में कोविड-19 मामलों में तेजी ने सोने की तरह सेफ हैवन परिसंपत्तियों में प्रवाहित किया है।

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