प्रेमी के लिए प्रेमिका ने छोड़ा घर, पहुंची क्वारंटाइन सेंटर, और फिर…

फिल्म ‘यादों की कसम’ का रील लाइफ गाना ‘आ बैठ मेरे पास तुझे देखता रहूं, तू कुछ कहे ना, मैं कुछ कहूं’ इन दिनों घाटशिला के नुतनडीह क्वारंटाइन सेन्टर  में रियल लाइफ में गुनगुनाया जा रहा है. इस सेंटर में प्रेमी युगल को रखा गया है, जो दिनभर एक-दूसरे को देखते रहते हैं. प्रेम भरी बातें करते रहते हैं. आसपास क्वारंटाइन किये गये दूसरे प्रवासी मजदूर भी होते हैं, लेकिन इनसे किसी को कोई दिक्कत नहीं है. यह मामला तब प्रकाश में आया, जब प्रेमिका को खबर मिली कि उसका प्रेमी आंध्र प्रदेश से लौटकर गांव के स्कूल में क्वारंटाइन में रह रहा है. बस क्या था, प्रेमिका भी क्वारंटाइन सेन्टर पहुंच गयी और उसके साथ रहने के लिए. प्रेमिका भी उसी गांव नुतनडीह की ही रहने वाली है.



दोनों के बीच प्यार से दोनों के परिवार नाराज हैं. दोनों परिवार नहीं चाहते हैं कि दोनों की शादी हो. प्रेमिका के घरवालों ने क्वारंटाइन सेन्टर पहुंचकर प्रेमी और प्रेमिका भला-बुरा कहा, जिसके बाद डर से दोनों क्वारंटाइन सेन्टर से भाग गये थे. लेकिन, दूसरे दिन फिर क्वारंटाइन सेन्टर पहुंच गये. अब गांव के लोगों के कहने पर प्रेमिका को भी प्रेमी के साथ क्वारंटाइन सेन्टर में डाल दिया गया है. अब दोनों साथ-साथ क्वारंटाइन में हैं.

मामला जब प्रकाश में आया तो घाटशिला के बीडीओ, एसडीओ और एसडीपीओ नुतनडीह क्वारंटाइन सेन्टर पहुंचे और प्रेमी-प्रेमिका के बारे में जानकारी ली. बीडीओ संजय कुमार दास ने कहा कि चूंकि यह मामला क्वारंटाइन सेन्टर से जुड़ा हुआ है, इसलिए वह जानकारी लेने पहुंचे हैं कि किस स्थिति में प्रेमी और प्रेमिका एक साथ रह रहे हैं. बीडीओ ने कहा कि नूतनडीह क्वारंटाइन सेन्टर में अभी 22 लोग हैं. सभी को होम क्वारंटाइन में रहने के लिये कहा गया था, लेकिन गांववालों ने प्रवेश करने देने से मना कर दिया. इसलिए इन सभी को क्वारंटाइन सेन्टर में रखा गया है.

दो साल पहले दोनों ने चुपके से कर ली शादी 
बीडीओ की पूछताछ में पता चला कि नूतनडीह के चंद्रमोहन हांसदा और कोलडीह की रहने वाली प्रेमिका ने दो साल पहले ही शादी कर ली है. दोनों साथ रहना चाहते थे, लेकिन परिवारवाले राजी नहीं हो रहे थे. जिसके बाद गांववालों ने दोनों को क्वारंटाइन सेंटर में डाल दिया है.

प्रशासन ने फिलहाल दोनों को किया अलग 
बीडीओ संजय कुमार दास, एसडीओ अमर कुमार और एसडीपीओ राजकुमार मेहता ने प्रेमी-प्रेमिका से पहले एक साथ पूछताछ की. फिर बाद में दोनों से अलग-अलग पूछताछ की गई. जिसके बाद प्रेमिका को उसके घर में होम क्वारंटाइन में डाल दिया गया है. और प्रेमी चंद्रमोहन हांसदा को मुसाबनी के राखा माइंस सीटीसी क्वारंटाइन सेन्टर में डाल दिया गया है. क्वारंटाइन की अवधि समाप्त होने के ग्रामीण बताते हैं कि सामाजिक बैठक कर इस पर फैसला लिया जायेगा. हालांकि दोनों बालिग हैं और प्रशासन तक इनका मामला पहुंच चुका है, तो आगे प्रशासन भी इस पर कार्रवाई करेगा.

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