अब नहीं होगा ऑनलाइन बैंकिंग में फ्रॉड या हैकिंग का खतरा, जानिए कैसे
ऑनलाइन बैंकिंग में इतने समय से आ रहे फ्रॉड के मामलों के बाद सरकार इसे सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठा रही है। इस प्रक्रिया में वित्त मंत्रालय के निर्देश पर सभी बैंकिंग एप्स और सेवाओं को साइबर सिक्योरिटी सेल से जोड़ा जा रहा है। इससे हैकिंग का खतरा नहीं रहेगा। यह कदम कुछ समय पहले हुई रिजर्व बैंक और सरकारी बैंकों के अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद हुआ। इस बैठक के बाद बैंकों ने साइबर रिस्क मैनेजमेंट को मजबूत करने का निर्णय लिया।
इस कदम के तहत बैंकिंग सेवाओं से जुड़े सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन्स को बैंक के मुख्यालय में बने तकनीकी विभाग से जोड़ा जाएगा। इसी के साथ ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने पर मोबाइल पर आने वाले ओटीपी की प्रक्रिया को भी और सुरक्षित और मजबूत करने पर विचार किया जा रहा है।
कैसे काम करेगा यह सिस्टम?
बैंक ऑफ बड़ौदा के स्वतंत्र निदेशक गोपाल अग्रवाल के अनुसार, बैंक की सभी शाखाओं को केंद्रीय सिस्टम से जोड़ा जाएगा। यह सिस्टम बड़ा या संदिग्ध लेन-देन होने पर मैनेजर को अलर्ट भेज देगा। इससे किसी भी तरह की गलत गतिविधि पर नजर रखी जा सकेगी और हैकिंग या कोई फ्रॉड होने से बचा जा सकेगा।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए बरतें ये सावधानियां:
– अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर ना करें। किसी को अपनी जन्म तिथि, गाड़ी का नंबर, मोबाइल नंबर आदि न बताएं।
– इंटरनेट बैंकिंग डिटेल्स, अकाउंट नंबर और एटीएम पिन मोबाइल में सेव ना रखें।
– किसी भी तरह का कॉल आने पर अपने बैंक से जुडी कोई जानकारी ना दें।