चार पार्टी पार्षदों ने कांग्रेस को दिया वोट, मेरे पास है सुबूत: भाजपा पार्षद नरेश मित्तल

कैथल। नगर परिषद चेयरमैन के चुनाव में अपने ही मोहरों से हार का दंश झेल रही भारतीय जनता पार्टी के पार्षद नरेश मित्तल ने 15 मिनट का एक ऑडियो होने का दावा किया है। उनका कहना है कि इस ऑडियो में चार ऐसे पार्षदों की बात रिकॉर्ड है, जिन्होंने भाजपा की उम्मीदवार पूजा अग्रवाल का नाम फाइनल होने के बाद पार्टी के खिलाफ वोट करने की साजिश रची।चार पार्टी पार्षदों ने कांग्रेस को दिया वोट, मेरे पास है सुबूत: भाजपा पार्षद नरेश मित्तल

वार्ड नंबर 21 के पार्षद नरेश मित्तल  का कहना है कि यह ऑडियो वह सिर्फ मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सुनाएंगे। उन्होंने समय नहीं दिया तो शहर के बीचोंबीच पिहोवा चौक पर बड़े स्पीकर लगाकर लोगों को यह ऑडियो सुनाएंगे।  नरेश मित्तल प्रदेश सरकार के ‘एक और सुधार’ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रॉकी मित्तल के भाई हैं। रॉकी मित्तल लोकसभा चुनावों के दौरान नरेंद्र मोदी पर अपने गीतों से चर्चा में आए थे।

नरेश का कहना है कि हार के बाद भाजपा की दो बार समीक्षा बैठक हुई। इनमें उन्हें नहीं बुलाया गया। इससे यह जाहिर है कि उन पर ही पार्टी के खिलाफ क्रॉस वोटिंग करने का शक है। मित्तल ने आरोप लगाया कि उनके बारे में ऐसा कहने वाले लोगों ने ही धोखा दिया। उन्होंने पार्टी से पैसे भी लिए और वोट कांग्रेस के उम्मीदवार को दे दिए। मित्तल का दावा है कि उनके पास जो ऑडियो है, वह जीरकपुर के एक होटल का है, जहां भाजपा के सारे पार्षद 28 मई की रात को रुके थे।

दोनों तरफ के पार्षद बिके: सैनी

कुरुक्षेत्र के सांसद राजकुमार सैनी पहले ही भाजपाई पार्षदों पर बिकने का आरोप लगा चुके हैं। सांसद राजकुमार सैनी ने नगर परिषद की हार पर कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों तरफ के पार्षदों ने पैसे लिए। यह सब आपस में ही बिके हुए थे। सांसद ने क्रॉस वोटिंग के सवाल पर कहा कि वह एकतरफा आदमी हैं। जो लोग उन्हें बुलाकर ले गए थे और उन्होंने जिस उम्मीदवार को खड़ा किया था, उसी को वोट करके आए हैं।

गड़बड़ी तो तीन ने की: अशोक

भाजपा के जिला प्रधान अशोक गुर्जर का कहना है कि चुनाव वाले दिन खुद मैंने 17 पार्षदों गिनकर मीङ्क्षटग में प्रवेश करवाया। एक वोट हमारे सांसद राजकुमार सैनी का था। कुल 18 वोट थे, लेकिन हमें मिले सिर्फ 15 वोट। यानी इन्हीं में से तीन पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की। वे कौन हैं, पता किया जा रहा है। सिर्फ स्थानीय स्तर पर ही नहीं, प्रदेश स्तर के नेता भी लगे हैं।

Back to top button