इस वजह से कागिसो रबाडा आईसीसी की मार से बाल-बाल बच गए, तीसरा टेस्ट खेलेंगे

ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच पोर्ट एलिजाबेथ में खेले गए दूसरे टेस्ट में अपने खराब बर्ताव के कारण दुनिया भर में अपनी किरकिरी कराने और आलोचना झेलने वाले दक्षिण अफ्रीका के उदीयमान और वर्तमान उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक कागिसो रबाडा ईश्वर की कृपा से सजा से बाल-बाल बच गए. मैच रैफरी द्वारा दोषी पाए जाने के बाद फिर से कई गई अपील के बाद बाद एक सदस्यीय कमीशन के सामने हुई सुनवाई में रबाडा को घटना का दोषी नहीं पाया गया. इसके बाद वह स्वत: ही तत्काल प्रभाव से क्रिकेट खेलने के लिए स्वतंत्र हैं.

हम आपको ध्यान दिला दें कि दूसरा टेस्ट खत्म होने के बाद मैच रेफरी ने आईसीसी की आचार संहिता के तहत उनकी कुल मैच फीस का पचास फीसदी जुर्माना उन पर ठोका था. स्टीव स्मिथ के मामले में खुद पर लगे आरोपों से इनकार के बाद अनुशासनात्मक कमेटी ने इस मामले में उन्हें सजा सुना ही दी. वहीं रबाडा ने डेविड वॉर्नर के मामले में लगे दूसरे लेवल-1 के आरोप को खुद ही स्वीकार कर लिया. उन्होंने भाषा के जरिए वॉर्नर को उत्तेजित करने की बात स्वीकारी. लेकिन अब कमीशन के सामने हुई हुई सुनवाई में रबाडा सजा से बचकर निकल गए. 

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ध्यान दिला दें कि दूसरे टेस्ट के बाद मैच फीस के 50 फीसदी दंड के अलावा उन्हें तीन डिमेरिट प्वाइंट्स भी मिले थे और इससे पूरी तस्वीर ही बदल गई थी. इन तीन डिमेरिट प्वाइंट्स का अर्थ यह हुआ कि पिछले 24 महीने के भीतर उनके कुल आठ डिमेरिट प्वाइंट हो गए थे. और इसके कारण वह नियमों के अनुसार खुद-ब-खुद ही दो मैचों के लिए निलंबित होने के दायर में आ गए थे.

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